भोरे. स्थानीय थाना क्षेत्र के सिसई गांव की एक महिला ने बेटे के इलाज के लिए एक सोनार के पास जेवर गिरवी रख कर कर्ज लिया था. अब सोनार उसके जेवर को वापस नहीं कर रहा है. मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है. बताया जाता है कि आसमां खातून को उस समय भारी परेशानी का सामना करना पड़ा, जब बेटे की तबीयत खराब होने पर उसे मजबूरन अपने सोने-चांदी के जेवरात गिरवी रखने पड़े. 15 जून, 2021 को आसमां खातून ने सिसई गांव के ही लालबाबू सोनार के पास पांच थान सोने और एक थान चांदी के जेवरात गिरवी रखे थे, जिनका कुल वजन 227 ग्राम था. इसके एवज में उन्हें 24,000 रुपये कर्ज मिला था, जो दो प्रतिशत मासिक ब्याज दर पर लिया गया था. आसमां खातून ने बताया कि वह बार-बार जेवरात वापस लेने के लिए सोनार के पास जा रही हैं, लेकिन वह उन्हें टालते हुए जेवर लौटाने से साफ इंकार कर रहा है. महिला का आरोप है कि सोनार ने उनके जेवर हड़प लिये हैं. लाचार महिला ने इसकी शिकायत भोरे थाने में दर्ज करायी है. इस मामले में पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है और आरोपित की गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
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