सिकंदरा. बीते गुरुवार की रात से हो रही मूसलाधार बारिश ने सिकंदरा नगर पंचायत की व्यवस्थाओं की पोल खोल कर रख दी. नगर क्षेत्र के कई मुहल्लों में जलजमाव की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गयी. वहीं वार्ड संख्या 04 स्थित गुलजार मुहल्ला पूरी तरह जलमग्न हो गया. बारिश का पानी दर्जनों घरों में घुस गया, इससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. नाराज और आक्रोशित स्थानीय लोगों ने शुक्रवार को सिकंदरा-जमुई मुख्य मार्ग को पेट्रोल पंप के समीप घंटों तक जाम रखा. स्थानीय निवासियों के अनुसार, पानी घरों के अंदर रसोई और बेडरूम तक पहुंच गया है. हालात इतने खराब हैं कि 20 से अधिक घरों में चूल्हा तक नहीं जल सका. लोग कमर तक भरे पानी में घुस कर आवाजाही करने को मजबूर हैं. पीड़ितों ने बताया कि वार्ड 04 स्थित गुलजार मुहल्ला पिछले डेढ़ माह से जलजमाव की समस्या से जूझ रहा है. बावजूद इसके नगर पंचायत की ओर से अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया है. गुलजार मुहल्ले के लोगों ने नाले की उड़ाही और समुचित जलनिकासी की मांग को लेकर पहले भी कई बार आवाज उठाई थी. कुछ दिनों पूर्व तो उन्होंने नगर पंचायत कार्यालय का घेराव भी किया था, जिसके बाद कार्यपालक पदाधिकारी ने आश्वासन दिया था कि जल्द ही नाले की सफाई कर पानी की निकासी करवाई जायेगी, लेकिन आश्वासन के एक माह बाद भी नाले की सफाई नहीं हो सकी. नतीजतन गुरुवार रात की बारिश ने लोगों की परेशानियों को और भी बढ़ा दिया. प्रदर्शन के दौरान आक्रोशित लोगों ने नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी और नगर अध्यक्ष के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उनका आरोप था कि नगर पंचायत बनने के बाद सिकंदरा की स्थिति बद से बदतर हो गयी है. विकास कार्य पूरी तरह ठप है. अधिकारी सिर्फ कागजों पर काम दिखा रहे हैं, जबकि जमीनी हकीकत यह है कि लोग गंदे पानी में रहने को मजबूर हैं. सफाई के नाम पर लूट-खसोट मची हुई है और जनता की समस्याओं को नजरअंदाज किया जा रहा है. सड़क जाम की सूचना पर सिकंदरा के कार्यपालक पदाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को शांत कराने का प्रयास किया. अधिकारियों ने जल्द ही जलनिकासी की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद लोगों ने जाम हटाया.
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