गिद्धौर. प्रखंड क्षेत्र की मौरा पंचायत के वार्ड नंबर नौ अंतर्गत पड़नेवाले महादलित टोला गैरमजरूआ में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 27 के बंद रहने को लेकर पोषक क्षेत्र के बच्चों व ग्रामीणों ने विभाग के खिलाफ प्रदर्शन कर रोष जताया है. मंगलवार को उक्त आंगनबाड़ी केंद्र के बंद पड़े रहने के कारण महादलित टोला गैरमजरूआ के बच्चों एवं ग्रामीण महिलाओं ने व्यवस्था पर आक्रोश जताते हुए केंद्र के हमेशा बंद रहने पर जमकर नारेबाजी की. बताया जाता है. लोगों ने बताया कि सेविका महीने में एक-दो दिन ही केंद्र का संचालन करती हैं. इस वजह से महादलित टोले के बच्चे व गर्भवती महिलाएं परेशान हैं.
दो महीनाें से टीएचआर का वितरण नहीं
व्यवस्था से त्रस्त मौरा गैरमजरूआ की महिला रीना देवी, बदमिया देवी, कलावती देवी, ग्रामीण अशोक मांझी, बालेश्वर मांझी, राजकुमार मांझी, मोहन मांझी आदि ने विभागीय कुव्यवस्था के विरुद्ध रोष प्रकट करते हुए बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र हमेशा सुनसान और वीरान ही पड़ा रहता है. पिछले दो महीने से सेविका ने न तो टीएचआर का वितरण किया है और न ही गर्भवती महिलाओं को ही किसी प्रकार कि कोई सुविधा दी है. इसकी वजह से महादलित टोले में निवास कर रहे छोटे छोटे बच्चे आइसीडीएस विभाग से मिलने वाली हर सुविधा से वंचित रह जा रहे हैं. जबकि इसकी शिकायत कई बार हम महादलितों ने स्थानीय जन प्रतिनिधियों से लेकर आइसीडीएस कार्यालय के बाबुओं से की है, मगर आज तक स्थिति में सुधार नहीं हुआ है.
कहती हैं सीडीपीओ
इस संदर्भ में सीडीपीओ बिंदु कुमारी ने कहा है कि पूर्व में भी उक्त आंगनबाड़ी केंद्र के बंद रहने की सूचना पर वहां कार्यरत सेविका को तीन बार शोकाॅज नोटिस जारी किया गया जा चुका है. बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हुआ है तो केंद्र को बंद कर गायब सेविका के विरुद्ध चयनमुक्ति की अनुशंसा विभाग से की जायेगी.
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