जमुई. राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय, जमुई के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) आशीष कुमार ने अपने शोध कार्य के जरिये शिक्षा जगत में नया इतिहास रच दिया है. गूगल स्कॉलर पर उनके शोध कार्य को अब तक 6,000 से अधिक साइटेशन और 110 से अधिक रिसर्च पेपर के लिए इंडेक्स 102 का अंक प्राप्त हुआ है, जो कि बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आने वाले 38 इंजीनियरिंग कॉलेजों और 46 पॉलिटेक्निक संस्थानों की फैकल्टी में अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है. डॉ. कुमार को शैक्षणिक, प्रशासनिक और शोध क्षेत्र में 22 वर्षों का अनुभव है. हाल ही में बिहार यूनिवर्सिटी सर्विस कमीशन द्वारा उन्हें प्राचार्य के पद पर चयनित किया गया है. उन्होंने अब तक 10 पीएचडी शोधार्थियों को सफलतापूर्वक मार्गदर्शन दिया है और 200 से अधिक उच्च स्तरीय शोध पत्र प्रकाशित किए हैं. इसके अलावा उन्होंने 170 पुस्तक अध्याय और 10 अंतरराष्ट्रीय पुस्तकें भी प्रकाशित की हैं. साथ ही, उनके नाम पर 2 पेटेंट भी दर्ज हैं. उनकी इस उपलब्धि के लिए उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है, जिनमें वाइस चांसलर रिसर्च एक्सीलेंस अवॉर्ड और एशिया प्राइम टाइम साइंटिस्ट अवॉर्ड शामिल हैं. हाल ही में उन्हें यूनिवर्सिटी ऑफ ब्राजील और इंडोनेशिया की ओर से आयोजित कार्यशाला में आमंत्रित भी किया गया था. उन्हें स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, स्कॉपस और एल्सेवियर द्वारा वर्ल्ड रैंकिंग की टॉप-2 साइटिस्ट्स लिस्ट 2023 और 2024 में भी शामिल किया गया है. कॉलेज के अन्य व्याख्याताओं ने उनके इस उपलब्धि पर प्राचार्य को शुभकामनाएं दी है. उन्होंने कहा कि डॉ. आशीष कुमार की यह उपलब्धि केवल राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय, जमुई ही नहीं, बल्कि पूरे बिहार के लिए गौरव की बात है. उन्होंने अपने अथक परिश्रम और समर्पण से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को एक प्रमुख शोधकर्ता के रूप में स्थापित किया है.
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