
जमुई. पिछले कुछ सालों की तुलना में इस साल अबतक अच्छी बारिश हुई है. इस कारण जिले के नदियों में जलस्तर बढ़ा है. जिले की प्रमुख किऊल नदी में भी जलस्तर में वृद्धि देखने को मिली है, लेकिन किऊल नदी के पतनेश्वर स्थित आंजन पुल से कुछ किशोरों का उफनती नदी में छलांग लगाते हुए एक वीडियो सामने आया है. इसके बाद यह सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर जोश में आकर इस तरह जान की जोखिम उठाना कहां तक सही है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह कुछ लड़के बिना किसी डर के पुल की रेलिंग पर चढ़कर सीधे उफनती किऊल नदी में छलांग लगा रहे हैं. नदी से पुल की ऊंचाई करीब बीस फीट तक है और इस ऊंचाई से ये बच्चे इस नदी में छलांग रहे हैं, जो कभी भी खतरनाक साबित हो सकता है. इन बच्चों की जरा सी चूक जानलेवा साबित हो सकती है. इसके बावजूद इस पुल पर ऐसा नजारा अमूमन रोज ही देखने को मिल जा रहा है. लगभग हर रोज बच्चे यहां पुल पर इकट्ठा होते हैं और फिर एक-एक कर नदी में छलांग लगाते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस पुल पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं. बच्चे मस्ती और मोबाइल पर वायरल होने की चाह में जान की बाजी लगा रहे हैं. गौरतलब है कि इस से पहले भी कई बार जिले में नदी की तेज धारा में डूबने की घटनाएं भी हो चुकी हैं. पिछले ही साल रील बनाने के चक्कर में जिले के गरसंडा घाट पर एक युवक नदी के तेज बहाव में बह गया था, लेकिन प्रशासन अब भी आंखें मूंदे बैठा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है