
गिद्धौर. हजरत इमाम हसन और इमाम हुसैन की शहादत की याद में मनाया जाने वाला पर्व मुहर्रम रविवार को प्रखंड क्षेत्र में मनाया गया. इस अवसर पर अनुशासन के साथ ताजिया जुलूस निकाला. जुलूस के दौरान युवाओं ने खेल-तमाशा और करतब प्रस्तुत किए . पर्व के दौरान प्रशासन पूरी तरह सतर्क दिखा. बीडीओ सुनील कुमार, सीओ आरती भूषण, थानाध्यक्ष दीनानाथ सिंह समेत जिले से प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी व पुलिस बल क्षेत्र में लगातार गश्ती करते रहे. संवेदनशील स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती कर विधि-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखा गया. पर्व को लेकर इमाम साहब ने बताया कि दीन और इस्लाम को बचाने के लिए कर्बला में इमाम हुसैन और उनके परिवार ने शहादत दी. इसी कारण इस दिन को यौम-ए-आशूरा कहा जाता है. यह पर्व त्याग, बलिदान और सच्चाई के रास्ते पर चलने की प्रेरणा देता है. उन्होंने कहा कि इमाम हुसैन ने अपने नन्हें बेटे अली असगर की कुर्बानी देकर इस्लाम को बचाया, यही संदेश आज भी हम सबके लिए प्रेरणादायक है. जुलूस गिद्धौर बाजार होते हुए मुख्य मार्ग से होकर परंपरागत रास्तों से गुजरा. पूरे आयोजन के दौरान शांति, अनुशासन और आपसी भाईचारे का माहौल बना रहा।). लोगों ने एक-दूसरे को अमन, शांति, एकता और तरक्की की दुआ दी.
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