चकाई. एक तरफ सरकार लोहिया स्वछता मिशन के तहत करोड़ो खर्च कर सूबे के हर शहर, गांव, गली को साफ-सफाई करने पर जोर दे रही है. वहीं चकाई बाजार स्थित सरकारी बस पड़ाव कूड़े कचरे के ढेर में तब्दील होकर ऱह गया है. बस पड़ाव में जमा कूड़े कचरे के सड़ जाने एवं उससे उठते सड़ाध के कारण स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. कचरे के सड़ने से उसमें पलने वाले मच्छर मलेरिया, डेंगू जैसे घातक बीमारी फैलने का भी खतरा बढ़ गया है. स्थानीय लोगों की मानें तो बस पड़ाव के आस पास रहने वाले लोग अपने-अपने घरों का कूड़ा कचरा नियमित रूप से बस पड़ाव पर फेंक जाते हैं. बस पड़ाव के अंदर अतिक्रमण कर बनायी गयी दुकानें से भी बड़ी मात्रा में कूड़े कचरे को वहां फेंका जाते हैं. बताया जाता है कि पूर्व में इस पड़ाव से लगभग दो दर्जन से अधिक सरकारी राज्य ट्रांसपोर्ट की बसें खुलती थीं. बस पड़ाव में यात्रियों के ठहरने के लिए मुसाफिर खाना, शौचालय, नल आदि सभी सुविधा थी. कभी यात्रियों एवं सरकारी बसों से गुलजार रहने वाला चकाई का सरकारी बस पड़ाव अपनी किस्मत पर रो रहा है. मालूम हो कि लोहिया स्वच्छता मिशन के तहत पंचायत के सभी वार्डों में स्वच्छता कर्मी को बहाल किया गया है. इसके बावजूद भी समस्या जस की तस बनी हुई है. वहीं जब इसके साफ सफाई के बारे में जब सीओ राजकिशोर साह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जल्द ही यहां पर जमा कूड़े कचरे को स्वच्छता कर्मियों से हटवा कर बस पड़ाव की साफ-सफाई की जायेगी. उसके बाद जिन लोगों को यहां पुनः कूड़ा फेकते देखा गया तो उनपर कार्रवाई की जायेगी.
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