जहानाबाद नगर. जिले में लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत स्वच्छता से जुड़ी योजनाओं और प्रगतिशील कार्यों की समीक्षा के लिए विकास भवन में एक बैठक आयोजित की गयी. बैठक की अध्यक्षता डॉ रोहित कुमार मिश्रा द्वारा की गयी, जिसमें जहानाबाद, रतनी फरीदपुर, मखदुमपुर एवं काको प्रखंड के बीडीओ, सीओ, मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी एवं प्रखंड समन्वयकों ने भाग लिया. डॉ मिश्रा ने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में सुधार के लिए स्थानीय निगरानी, सामुदायिक सहभागिता और समयबद्ध निष्पादन अनिवार्य है. उन्होंने स्पष्ट किया कि अभियान की रफ्तार बनाए रखने के लिए सभी स्तरों पर सक्रिय भागीदारी आवश्यक है. अवशिष्ट प्रसंस्करण इकाइयों की गति पर बल. 15 पंचायतों में निर्माण कार्य शीघ्र शुरू करने के लिए तीन दिनों के अंदर अनापत्ति प्रमाण पत्र निर्गत करने का निर्देश सभी अंचल अधिकारियों को दिया गया. मनरेगा के कार्यक्रम पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि प्राक्कलन अनुसार शेष तकनीकी कार्य शीघ्र पूर्ण करें ताकि डब्ल्यूपीयू इकाइयों को कार्यशील किया जा सके. महादलित टोलों से प्राप्त शौचालय आवेदन का त्वरित निष्पादन. स्वच्छता शिविरों के दौरान प्राप्त आवेदनों को तीन कार्य दिवसों के भीतर निबटाने का निर्देश दिया गया. कचरा उठाव की निगरानी एवं पोर्टल अपडेट. प्रत्येक वार्ड से प्रत्येक सुबह 10 बजे तक कचरा उठाव सुनिश्चित करने और संबंधित पोर्टल पर अद्यतन प्रविष्टि की अनिवार्यता पर जोर दिया गया. साथ ही शौचालय निर्माण और उपयोग के लिए जनजागरूकता अभियान चलाने तथा उसकी दैनिक रिपोर्ट जिला कार्यालय को भेजने का निर्देश दिया गया. मासिक स्वच्छता शुल्क संग्रहण में सक्रियता. स्वच्छता शुल्क नियमित रूप से संगृहीत करने की रणनीति पर जोर देते हुए कहा गया कि इससे जिले की रैंकिंग एवं प्रदर्शन में सुधार सुनिश्चित किया जा सकेगा. डब्ल्यूपीयू इकाइयों का दैनिक संचालन अनिवार्य करते हुए कर्मियों को कचरे के स्रोत पर अलगाव, प्लास्टिक संग्रहण और पोर्टल पर नियमित प्रविष्टि सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया. पंचायत पर्यवेक्षकों की समीक्षा. प्रखंड समन्वयकों को निर्देशित किया गया कि वे पंचायत पर्यवेक्षकों के कार्यों की समीक्षा कर उसकी प्रगति रिपोर्ट पंचायत प्रतिनिधियों और जिला प्रशासन को उपलब्ध कराएं. सभी कर्मियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया कि कार्य में देरी या लापरवाही पाए जाने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी. निदेशक डॉ मिश्रा ने बैठक के अंत में कहा कि समयबद्ध कार्यान्वयन एवं तकनीकी दक्षता के साथ यदि सभी अधिकारी और कर्मी संयुक्त रूप से कार्य करें, तो स्वच्छता के मानकों में उल्लेखनीय सुधार लाया जा सकता है.
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