चैनपुर. हाटा-दुर्गावती पथ पर स्थित भगवतीपुर गांव के पास सोमवार की सुबह बोलेरो व ऑटो की टक्कर में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गयी. जबकि दो महिला समेत तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गये. इस घटना के बाद चालक बोलेरो को मौके परी छोड़ वहां से भाग निकला. इस सड़क दुर्घटना के बाद मुआवजे को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया, जिससे हाटा दुर्गावती पथ पर वाहनों की लंबी कतारें लग गयी. घटनास्थल के दोनों तरफ चिलचिलाते धूप में लोग खड़े रहे. इस घटना की सूचना मिलते ही अंचलाधिकारी व स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस प्रशासन द्वारा लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास किया गया. लेकिन लोग मुआवजे की मांग को लेकर अड़े रहे. अंचलाधिकारी व थानाध्यक्ष द्वारा काफी प्रयास के बाद व उचित मुआवजा के आश्वासन के उपरांत 1:30 बजे के करीब लोगों ने जाम हटाया. इसके बाद वाहनों की आवागमन शुरू हुआ. जाम हटते ही पुलिस द्वारा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भभुआ भेजा गया. # रफ्तार पर लगाम नहीं लगने से हो रहीं दुर्घटनाएं- चैनपुर सहित पूरे जिले में पुलिस द्वारा वाहन चेकिंग अभियान चलाया जाता है. इस वाहन चेकिंग अभियान के दौरान पुलिस का फोकस सिर्फ जुर्माने पर ही रहता है. लेकिन लोगों की जान की परवाह उन्हें नहीं होती है. इसका परिणाम सड़क दुर्घटना के रूप में सामने आता है. इसमें आये दिन लोग अपनी जान गंवा रहे हैं. पुलिस द्वारा जितनी शिद्दत के साथ वाहन चेकिंग अभियान चलाकर जुर्माना वसूला जाता है, यदि उतनी ही मेहनत पुलिस और यातायात पुलिस ट्रैफिक नियमों के पालन में करती, तो इस तरह के दुर्घटनाओं पर लगाम लगाया जा सकता है. लोगों की जान माल की सुरक्षा भी की जा सकती है, लेकिन पुलिस का सारा ध्यान जुर्माने पर ही है. वैसे तो ट्रैफिक नियमों में काफी कुछ आता है लेकिन देखा जाये तो कैमूर में ट्रैफिक नियम में सिर्फ हेलमेट और सीट बेल्ट को ही शामिल किया गया है. जबकि, गति सीमा अन्य ट्रैफिक नियमों को पुलिस द्वारा दरकिनार कर दिया जाता है जिसकी अनदेखी दुर्घटना के रूप में सामने आता है. लोगों का कहना है कि यदि ट्रैफिक नियमों का शक्ति से पालन हो तो सड़कों पर होने वाले इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है.
संबंधित खबर
और खबरें