Kaimur News : सरकार का आदेश बेअसर, खेतों में पुआल जलाने से झुलस रहे हरे पेड़

खेतों में आग लगाये जाने से बढ़ा रहा तापमान, घरों में भी राहत नहीं

By PANCHDEV KUMAR | April 23, 2025 9:28 PM
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मोहनिया सदर. तेजी से बढ़ रहे प्रदूषण को कम करने लिए सरकार ने किसानों को हार्वेस्टर से गेहूं की कटाई के बाद डंठल को खेतों में नहीं जलाने का सख्त आदेश दिया है. इसके बावजूद आदेश की अवहेलना की जा रही है. कुछ किसान खेतों में पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे है. इस कारण दुर्गावती मुख्य नहर के किनारे लगे हरे पेड़ भी झुलस रहे है. किसानों को कानून व प्रशासन का तनिक भी भय नहीं है. और नहीं पराली जलाने से होने वाले वायु प्रदूषण की तनिक भी चिंता है. खेतों में डंठल जलाने का परिणाम ही है कि शाम में भी धरती दहक रही है.

पराली जलाने से बंजर हो जायेगी भूमि

प्रत्येक वर्ष बढ़ती जा रही है खाद व कीटनाशक की मांग

एक तरफ विभाग जैविक खाद का अधिक उपयोग करने व पैदावार बढ़ाने के लिए केंचुआ पालन पर बल दे रही है. वहीं, भूमि की उपजाऊ शक्ति कमजोर पड़ने से किसानों को अधिक पैदावार के लिए प्रत्येक वर्ष यूरिया, डीएपी सहित कीटनाशक दवाओं पर अधिक रुपये खर्च करना पड़ रहे हैं. इसके बावजूद अधिकांश किसान भूमि के उपजाऊ शक्ति के कमजोर पड़ने का कारण नहीं समझ पा रहे है. वहीं, जो पढ़े लिखे जागरूक किसान है, वे यह जानते है कि मिट्टी की उपजाऊ शक्ति के कमजोर पड़ने या उसके नष्ट होने का एक सबसे बड़ा कारण खेतों में पराली का जलाया जाना है.

पुआल व भूसा बिक रहा मोतियों के भाव

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