
भभुआ नगर.
लगभग 20 से 25 वर्षों से पंचायत से लेकर सचिवालय तक बेल्ट्रॉन कर्मियों द्वारा सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को कंप्यूटर के माध्यम से ससमय कामकाजों का निष्पादन किया जा रहा हैं. परंतु, सरकार इन कर्मियों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है. मांगों को लेकर कर्मी समय-समय पर काली पटटी बांध कर, सांकेतिक हड़ताल व दो दिवसीय हड़ताल करते रहे हैं. लेकिन, इन कर्मियों पर सरकार ने ध्यान नहीं दिया. खासबात यह है कि बेल्ट्रॉन बिहार सरकार का ही उपक्रम है. इसके बावजूद इनकी समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं देने के वजह से अब राज्यस्तरीय डाटा इंट्री ऑपरेटर एकता मंच के तत्वावधान में अनिश्चिकालीन हड़ताल के लिए एलान कर दिया है. उक्त मंच ने मुख्यमंत्री से लेकर सभी विभागों में अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है. साथ ही 15 जुलाई तक अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए अल्टीमेटम दिया है. यदि 15 जुलाई तक बेल्ट्रॉन के कर्मियों की मांगों को सरकार पूरा नहीं करती है, तो ये कर्मी ऑफिस के कामकाज को बाधित कर 17 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जायेंगे. उक्त बातें रविवार को समाहरणालय के पीछे शिव मंदिर चबूतरा पर आयोजित बैठक के दौरान अध्यक्षता कर रहे अभिषेक पांडेय ने कहीं.कैमूर के 11 प्रखंडों में 22 व जिले के लिए 15 सदस्यीय टीम गठित
श्री पांडेय ने कहा कि अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान प्रत्येक प्रखंड में निगरानी के लिए 22 कर्मियों का गठन किया गया है. असमें 11 प्रखंड व 11 अंचल के लिए टीम बनायी गयी है. वहीं, जिले के लिए 15 सदस्यीय टीम का गठन किया है. कैमूर के लगभग सभी विभागों में ज्ञापन सौंप दिया गया है. अनिश्चितकालीन के दौरान यदि किसी भी कर्मी पर कार्रवाई होती है, तो इसके विरोध में राज्यस्तरीय डाटा इंट्री एकता मंच, गोपगुट संबंद्ध भूख हड़ताल करने के लिए बाध्य होगा. इसकी जवाबदेही सरकार व संबंधित विभाग के पदाधिकारी की होगी.अपने भविष्य के लिए सभी बेल्ट्रॉन कर्मी आएं आगे
प्रखंड, अंचल व जिलास्तर पर टीम में शामिल डाटा इंट्री ऑपरेटर हस्नआरा, सिंपल कुमारी, प्रीति कुमारी, दीपक कुमार, संतोष गिरि, ललनजी उपाध्याय, दिनेश कुमार यादव, सत्येंद्र कुमार, शशिकांत कुमार, अजीत कुमार, अनिल कुमार, अभय कुमार, बिष्णु कुमार, अंजनी कुमार ने कहा कि बेल्ट्रॉन के कर्मी लगभग 15 से 20 साल से सरकार के कामकाज को संभाले आ रहे हैं. डिजिटल क्षेत्र में बिहार सरकार के हर कामकाज को ससमय निष्पादित करते आ रहे हैं. मगर सरकार हमलोग के मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है. कैमूर जिले के सभी बेल्ट्रॉन कर्मी से अपील है कि अपने परिवार के भविष्य के लिए इस कार्य में सहयोग करें. क्योंकि, जब तक सभी लोग एक साथ नहीं रहेंगे, तब तक हमारी मांगे अधूरी रहेगी. बेल्ट्रॉन के कर्मी राज्यस्तरीय परीक्षा देने के बाद चयनित होते हैं. इस परीक्षा में लगभग लाखों अभ्यर्थी फॉर्म भरते हैं और चयनित कर्मियों को बिहार सरकार के 100 आरक्षण रोस्टर का पालन करते हुए बहाली सभी विभागों में की जाती है.कर्मियों की प्रमुख मांगें
बैठक का संचालन कर रहे डाटा इंट्री ऑपरेटर राजकुमार दूबे, प्रभात कुमार पाल, हरिओम पांडेय, मणिकांत कुमार, सतीश चौबे, सुनील कुमार, सनी कुमार, समीर कुमार, बिकेश कुमार, मोहम्मद अली, इरफान कुमार ने कहा कि सरकार से हमारी कई प्रमुख मांगें हैं. इनमें वर्तमान में कार्यरत बल के आधार पर पदों का सृजन एवं उक्त पदों पर पदस्थापित बेल्ट्रॉन कर्मियों को बिना किसी के शर्त पर पदस्थापित कार्यालयों में समायोजित कराने, सेवा वापसी या समाप्ति से पूर्व अपील का प्रावधान करने, वर्तमान में महंगाई को ध्यान में रखते हुए वेतन का पुर्नरीक्षण 01.01.2025 को आधार मानकर करने, सेवा वापसी के उपरांत बिना किसी शर्त के पूर्व से प्राप्त हो रहे मानदेय व वरीयता के आधार पर गंभीर आरोप को छोड़कर पुन नियोजन करने, चिकित्सीय, परिवहन, आवासीय व स्थानांतरण भत्ता प्रदान करने, सेवानिवृत्ति के पश्चात ग्रेच्यूटी के रूप में 20 लाख रुपये एकमुश्त राशि प्रदान करने आदि मांगे शामिल हैं. मौके पर बेल्ट्रॉन कर्मी में शामिल प्रोग्रामर संदीप कुमार, डाटा इंट्री ऑपरेटर निशांत कुमार तिवारी, विशेषवर नाथ पांडेय, अजय पाल, अजय सक्सेना सहित काफी संख्या में कर्मी मौजूद रहें.
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