अनुदानित दर पर गुणवत्ता पूर्ण धान का बीज किसानों को कराया जा रहा उपलब्ध खगड़िया. खरीफ फसल की खेती के लिए अब मौसम बेहतर साबित हो रहा है. पिछले कई दिनों से रूक-रूक कर बारिश हो रही है, जो धान की खेती के लिए बेहतर साबित हो रहा है. इससे किसान खुश नजर आ रहे हैं. परबत्ता प्रखंड के सहायक तकनीकी प्रबंधक दीपक कुमार स्कंद ने बताया कि जिले में इस बार लगभग 38 हजार हेक्टेयर धान की खेती का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. बताया कि अलौली प्रखंड में 7236, बेलदौर में 10864, चौथम में 6431, गोगरी में 6642, सदर प्रखंड में 3776, मानसी में 2416 व परबत्ता प्रखंड में 695 हेक्टेयर धान लगाने का लक्ष्य रखा गया है. निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए कृषि विभाग लगातार जुटा है. इसके लिए किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज उपलब्ध कराये जा रहे हैं. इसके अलावा सदर प्रखंड में अरहर दलहन सबसे अधिक 118.2 हेक्टेयर व सबसे कम बेलदौर प्रखंड में 19 हेक्टेयर में लगाने का लक्ष्य है. बेलदौर प्रखंड में बाजरा सबसे अधिक 135 हेक्टेयर व अलौली प्रखंड में सबसे कम एक प्रतिशत लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया. बेलदौर प्रखंड में ज्वार सबसे अधिक 683 हेक्टेयर व अलौली प्रखंड में सबसे कम एक प्रतिशत लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया. गोगरी प्रखंड में सोयाबीन सबसे अधिक 211 हेक्टेयर व सबसे कम बेलदौर प्रखंड में 3 हेक्टेयर में लगाने का लक्ष्य निर्धारित है. गोगरी प्रखंड में उड़द की फसल सबसे अधिक 327 हेक्टेयर व सबसे कम चौथम प्रखंड में 40 हेक्टेयर में लगाने का लक्ष्य निर्धारित है. यह आंकड़ा बढ़ व घट भी सकता है. मालूम हो कि मक्का की फसल काटने के बाद खाली पड़े खेतों में अब किसान धान की नर्सरी तैयार करने में व्यस्त हैं. बिचड़ा डालने का कार्य पूरे जोर-शोर से किया जा रहा है. किसानों ने बताया कि इस बार माॅनसून समय पर पहुंचा है, जिससे सही समय पर बुआई संभव हो रही है. अगर मौसम इसी तरह साथ देता रहा तो इस बार अच्छी उपज की उम्मीद है. धान की खेती मुख्य रूप से वर्षा पर निर्भर करती है.
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