घोघरडीहा. मतदाता सूची के विशेष गहन पुननिरीक्षण कार्य में लापरवाही अब खुलकर सामने आने लगी है. रविवार को प्रखंड कार्यालय के सभागार में बीडीओ धीरेंद्र कुमार धीरज की अध्यक्षता में बैठक हुई. बैठक में कई बीएलओ एवं सुपरवाइजरों की अनुपस्थिति से प्रशासनिक व्यवस्था की पोल खोल दी हैं. बीएलओ सुपरवाइजरों की यह बैठक मतदाता सूची पुननिरीक्षण कार्य को ससमय और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिए बुलाई गई थी. लेकिन चौंकाने वाली बात यह रही कि कुल 16 बीएलओ सुपरवाइजरों में से केवल 4 ही बैठक में उपस्थित हुये. जबकि 12 सुपरवाइजरों ने बिना किसी सूचना के बैठक को नजरअंदाज कर दिया. जिसमें प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी प्रियंका पारूल, प्रखंड कल्याण पदाधिकारी ललन कुमार, कृषि समन्वयक विकास कुमार, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी संतोष कुमार पौद्दार, कृषि समन्वयक प्रमोद कुमार प्रभाकर, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी मनोज कुमार चौघरी, कनीय अभियंता मनरेगा विक्की कुमार, कृषि समन्वयक ब्रह्मदेव साह, कनीय अभियंता राजेश कुमार, तकनीकी सहायक मो. अब्दुल गफूर आलम, सहायक तकनीकी प्रबंधक देवकी नंदन पाल एवं लेखापाल कृषि कार्यालय बीरेंद्र कुमार दास शामिल है. इस रवैये को बीडीओ ने अत्यंत गंभीरता से लिया है. उन्होंने सभी अनुपस्थित बीएलओ सुपरवाइजरों से 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण देने का निर्देश जारी किया है. साथ ही यह चेतावनी भी दी है कि यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो उनके विरुद्ध जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को प्रतिवेदित कर दिया जाएगा. बीडीओ ने अपने पत्र में यह भी स्पष्ट किया कि मामले की सूचना जिला पदाधिकारी को भेज दी गई है. जिससे उच्च स्तर पर भी इसकी समीक्षा की जा सके. यह लापरवाही उस समय और भी चिंताजनक हो जाती है जब निर्वाचन आयोग के द्वारा मतदाता सूची की शुद्धता और पारदर्शिता को लेकर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. ऐसे में बीएलओ सुपरवाइजर जैसे अहम पदों पर तैनात अधिकारियों का यह उदासीन रवैया मतदाता सूची विशेष गहन पुननिरीक्षण कार्यक्रम को प्रभावित कर सकता है.
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