सकरी. गन्ना उद्योग विभाग की ओर से सकरी चीनी मिल का पुर्नमूल्यांकन कार्य का निरीक्षण चीनी मील के महाप्रबंधक पुष्कर राज ने किया. सकरी चीनी मिल के महाप्रबंधक पुष्कर राज ने कहा है कि बिहार राज्य चीनी निगम का उद्देश्य है रैयाम व सकरी चीनी मिल के जमीन पर कोई उद्योग लगे. पहले यहां पर एसटे व लेबलेटी बची हुई है. पुरानी सकरी चीनी मिल की उसका वेलूएशन लगाया जायेगा. उसके लिए कोलकाता से एसबीआई क्रेप्स की टीम आयी हुई हैं. टीम सकरी चीनी मिल का पुर्नमूल्यांकन करेंगे. पुर्नमूल्यांकन रिपोर्ट के मुताबिक आगे ब्रीडिंग प्रक्रिया चालू किया जायेगा. सकरी चीनी मिल के मूल्यांकन में जमीन, जमीन के उपर बने मकान, मकान के अंदर रखे मशीन, पाट पुर्जे व टूटे फ़ूटे सामग्री का भी मूल्यांकन किया जायेगा. सकरी चीनी मिल के महाप्रबंधक पुष्कर राज ने कहा है कि मूल्यांकन का यह सेकेंट प्रोजेक्ट काम करने के लिए आये हैं. एसबीआइ कैप्स की टीम इससे पूर्व भी आई थी पर सकरी चीनी मिल के अंदर लगे जंगल के कारण सही से वेलूएशन नहीं कर पाया. विभाग से आदेश आया है कि जल्द से जल्द सफाई करा कर टीम द्वारा पुर्नमूल्यांकन कार्य कर सही सही वेलूएशन किया जा सके. उन्होंने कहा है कि विभाग द्वारा सकरी चीनी मिल के प्रति प्लानिंग है कि वेलूएशन के रिपोर्ट के आलोक में बीडिंग के प्रक्रिया होगी. उन्होंने कहा है कि मधुबनी व दरभंगा जिला में तीन चीन मिल थी. अभी एक भी नहीं हैं. इन इलाकों में गन्ना के प्रभाव क्षेत्र में आते थे. अब दोनों जिलों में गन्ना के खेती बिल्कुल ही समाप्त हो गया है. विभाग का उद्देश्य यह भी है कि इन क्षेत्रों में गन्ना से संबंधित उद्योग लगाई जा सके. उन्होंने कहा है कि विभाग द्वारा गन्ना से गुड़ बनाने प्रोत्साहन पर भी कार्यक्रम चलाया जाता है. यहां पर चीनी की फैक्ट्री लगाने से किसानों को सबसे पहले फायदा होगा. उन्होंने कहा है कि सकरी चीनी मिल के जितने भी कर्मचारी का वेतन, पेंशन, पीएफ बचा हुआ था उससे रिलेटेड फाइनल ओडिट अभी चल रहा है. ओडिट के पश्चात पेमेंट की प्रक्रिया शुरू किया जायेगा. सर्विस की पेंशन और पीएफ की प्रक्रिया उसके बाद विभाग द्वारा शुरू किया जायेगा. ऐसे ही प्रक्रिया से लोहट चीनी मिल के कर्मचारी का किया जायेगा. जल्द ही कर्मचारी का लाम मिलेंगे. इस दौरान विभागीय कर्मी अबू तालिफ सहित सकरी चीनी मिल के कर्मी मौजूद थे.
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