बिरौल. थाना क्षेत्र के अकबरपुर बेक गांव में मुहर्रम के दौरान वर्चस्व को लेकर एक ही समुदाय के दो पक्षों के बीच शनिवार और रविवार को दो दिन हुई रोड़ेबाजी और हिंसक झड़प से माहौल तनावपूर्ण बना है. इस मामले को लेकर दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कराई है. पहली प्राथमिकी अली मूसा के पुत्र मो. नियाकत के आवेदन पर दर्ज की गई है, जिसमें उन्होंने 42 नामजद और लगभग 25 अज्ञात लोगों को अभियुक्त बनाया है. आरोप लगाया है कि पूर्व रंजिश के चलते चौकीदार की मौजूदगी में उनके साथ मारपीट की गई. जब उन्होंने विरोध किया तो मस्जिद के पास आकर भारी पत्थरबाजी की गई. फिर घर में घुसकर मारपीट की गई और नकद 20 हजार रुपये लूट लिए गए. साथ ही उन्होंने यह भी मांग की है कि अकबरपुर बेंक गांव के मुहर्रम कमेटी का लाइसेंस रद्द किया जाए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटना न हो. दूसरी ओर मो. वसीम ने भी एक प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें 12 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. पुलिस ने दोनों दिन हुई पत्थरबाजी की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की है. मो. नियाकत की ओर से दर्ज प्राथमिकी के आधार पर सात नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. गिरफ्तार अभियुक्तों में मो. अमरूल्लाह, मो. मुस्ताक, नूर आलम के पुत्र सदरे आलम, नजरे आलम, मो. इमरान, मो. जसीम के पुत्र मो. आदिल और मो. मोती के पुत्र मो. इरशाद उर्फ चांद शामिल हैं. थानाध्यक्ष विशाल कुमार सिंह ने बताया कि शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर स्थिति पर नजर रखी जा रही है.
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