जयनगर . आर्य कुमार पुस्तकालय सभागार में भाकपा-माले और ऐपवा के संयुक्त तत्वावधान में कर्ज मुक्ति महिला सम्मेलन का आयोजन किया गया. अध्यक्षता प्रखंड सचिव भूषण सिंह ने की. जिसमें प्रखंड के विभिन्न गांवों से सैकड़ों महिला समूहों की सदस्य शामिल हुईं. संबोधित करते हुए स्कीम वर्कर्स फेडरेशन की राष्ट्रीय महासचिव व भाकपा-माले की विधान परिषद सदस्य शशि यादव ने कहा कि माइक्रो फाइनेंस कंपनियों के कर्ज तले दबे महिला समूहों की स्थिति दयनीय हो चुकी है. कई महिलाएं कर्ज के बोझ से आत्महत्या तक कर चुकी हैं. तो कई को बाल-बच्चों के साथ घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ रहा है. कंपनियों के कर्मचारी महिलाओं का मान-सम्मान छीन रहे हैं और उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं. सरकार से मांग की कि सभी माइक्रो फाइनेंस कंपनियों के माध्यम से महिला समूहों को दिए गए 2 लाख तक के कर्ज को माफ किया जाए. अन्यथा आंदोलन तेज किया जाएगा. जिला सचिव ध्रुव नारायण कर्ण ने कहा कि माइक्रो फाइनेंस कंपनियों की मनमानी पर रोक लगाना जरूरी है. कहा कि महिला समूहों को स्थायी रोजगार उपलब्ध कराया जाए. ताकि वह कर्ज के जाल से बाहर निकल सकें. सम्मेलन में निर्णय लिया गया कि 31 जुलाई को पटना में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय कर्ज मुक्ति महिला सम्मेलन में दर्जनों महिलाएं भाग लेंगी. सम्मेलन को नरेश ठाकुर, नजाम मुमताज, महेश्वर पासवान, रुपा सिंह, गीता देवी, अफसाना खातून, रुबिना खातून, सुनीता देवी, फूलो देवी, अनीता, शिवो देवी सहित आशा, रसोइया और जीविका से जुड़ी सैकड़ों महिलाओं ने संबोधित किया और अपनी समस्याएं साझा कीं.
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