मधुबनी. सरकारी दर कम होने के कारण जिले के किसान सहकारिता विभाग में निबंधन कराने के बाद खुले बाजार में गेहूं बेच रहे हैं. इस साल बिहार सरकार ने 5600 एमटी गेहूं खरीद का लक्ष्य सहकारिता विभाग को दिया था. गेहूं खरीद करने का समय 15 जून तक सरकार के दिया था. अंतिम तिथि तक जिले में सिर्फ 160 एमटी गेहूं की खरीद की गयी. जिला सहकारिता पदाधिकारी सुदर्शन कुमार ने कहा कि गेहूं की खरीद करने के लिए विभाग द्वारा 197 पैक्स व समिति का चयन किया गया. समिति के सदस्यों ने किसानो से लगातार संपर्क भी किया गया. गेहूं खरीद करने के लिए इस साल सरकारी दर 2425 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया. गेहूं बेचने के लिए शुरु में 1679 किसानो ने सहकारिता विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन भी किया, लेकिन गेहूं का दाम खुले बाजार में 2600 रुपये तक हो जाने के कारण किसान पैक्स व समिति के हाथ से गेहूं नहीं बेचकर सीधे मार्केट में गेहूं को बेच दिया. बताया जा रहा है कि सिर्फ 44 किसानों ने ही पैक्स के हाथों गेहूं बेचा. सहकारिता पदाधिकारी ने कहा कि 179 में से सिर्फ 26 पैक्स ही गेहूं खरीद कर पाया. शेष पैक्स के हाथों एक भी किसान गेहूं नहीं बेचा. सहकारिता पदाधिकारी ने कहा कि गेहूं खरीद करने को लेकर विभाग के वीसीओ लगातार प्रयास किया, लेकिन सरकारी दर 200 रुपये तक कम होने के कारण उपज के अनुरूप गेहूं खरीद नहीं हो पाया.
संबंधित खबर
और खबरें