नगर निगम ने शहर की साफ-सफाई के लिए पूरी की तैयारी, 325 सफाई मित्रों को दिया सफाई के लिए औजार मधुबनी . शहर की सफाई के लिए एजेंसी से किये गये अनुबंध की अवधि 31 जुलाई को समाप्त हो गया. अब एक अगस्त से नगर निगम अपनी देखरेख में शहर की सफाई करायेगी. इसके लिए गुरुवार को मेयर अरुण राय की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक नगर निगम कार्यालय में हुई. बैठक में नगर आयुक्त अनिल कुमार चौधरी, नगर प्रबंधक राजमणि कुमार गुप्ता, सहायक स्वच्छता पदाधिकारी अमिताभ गुंजन, वार्ड निरीक्षक व अन्य अधिकारी मौजूद थे. बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि अब नगर निगम स्वयं शहर में साफ-सफाई काम करेगी. जिसके लिए सुपरवाइजरों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि स्वच्छता को सर्वोच्च प्राथमिकता दें और किसी भी स्थिति में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. बैठक में साफ किया गया कि यह कार्य महज औपचारिकता नहीं बल्कि नगर की छवि और नागरिकों के स्वास्थ्य से जुड़ा विषय है. मेयर ने कहा कि यह आपका शहर है और सफाई की पहली और अंतिम कड़ी भी आप ही हैं. नगर आयुक्त ने कचरा उठाव, चौक-चौराहों की सफाई, डंपिंग पॉइंट की व्यवस्था, पिट स्थल की देखरेख और वाहन मरम्मत की जिम्मेदारी सुपरवाइजरों को सौंपा. गुरुवार को सभी सुपरवाइजरों को झाड़ू, कुदाल, कचरा हटाने वाले अन्य उपकरण दिए गए. वार्ड 22, 24 और 35 के सफाईकर्मियों को भी बुलाया गया है. सभी को एप्रन दिया गया. अन्य वार्डो के लिए सुपरवाइजर सामग्री व एप्रन लिया. वार्ड 16 से 30 तक नगर प्रबंधक के नेतृत्व में होगी सफाई नगर क्षेत्र को तीन भागों में बांटकर सफाई की जिम्मेदारी तय की गयी है. वार्ड 1 से 15 की जिम्मेदारी सहायक स्वच्छता पदाधिकारी को दी गई है. जिनका सहयोग वार्ड निरीक्षक विनोद कुमार करेंगे. वहीं 16 से 30 तक के वार्ड की मॉनिटरिंग नगर प्रबंधक राजमणि गुप्ता व निरीक्षक महेश राम को सौंपी गई है. वार्ड 31 से 45 की निगरानी प्लानर डा. अदनान अहमद और निरीक्षक रोशन राम को दिया गया है. सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में सुपरवाइजरों और सफाई मित्रों के माध्यम से सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे. ब्लैक स्पॉट की सफाई प्राथमिकता में होगी. निगरानी के लिए 24 सुपरवाईजर की हुई प्रतिनियुक्ति शहर भर में कुल 325 सफाई मित्रों को सफाई कार्य के लिए नियुक्त किया गया है. सफाई मित्रों के मास्टर रोल को सप्ताहिक आधार पर कार्यालय में समर्पित करना होगा. जिससे उनका समय पर भुगतान सुनिश्चित हो सके. ई-रिक्शा, ठेला, ट्रैक्टर और अन्य वाहनों की निगरानी के लिए 24 सुपरवाइजर लगाए गए हैं. ई-रिक्शा के लिए आजाद राम, नालियों की सफाई के लिए अशोक राम, ट्रैक्टर संचालन के लिए बेचन राम को प्रथम पाली और शमशेर को दूसरी पाली की जिम्मेदारी दी गई है. कंपोस्ट पिट की देखरेख प्रदीप कुमार करेंगे. जल निकासी के लिए बनी योजना जलजमाव की समस्या से निपटने के लिए भी विशेष योजना बनाई गई है. तीन पथ निरीक्षकों को पंप सेट की जिम्मेदारी सौंपी गई है. जो 15-15 वार्ड में जल निकासी सुनिश्चित करेंगे. सुपरवाइजरों को निर्देशित किया गया है कि वे वार्ड वार निरीक्षकों से संपर्क कर अपने-अपने वार्डों में जल जमाव की सूचना दें और पंप सेट का संचालन कराएं. दो पाली में भी सफाई की व्यवस्था की गई है. महापौर अरुण राय ने कहा कि नगर निगम की यह नई पहल नगर की स्वच्छता रैंकिंग को बेहतर बनाने की दिशा में बड़ा कदम साबित होगा.
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