कई शहरों के लिए यहां से उड़ेंगे छोटे विमान
उड़ान योजना के तहत बिहार के सीमावर्ती मधुबनी एयरपोर्ट से छोटे विमानों के उड़ान भरने से लोगों को समय की बचत होगी. लोगों को यहां से कोलकाता, रांची, पटना आदि जगहों के लिए जल्द उड़ान सेवा चालू होने का इंतजार है. एयरपोर्ट चालू होने पर एयर एम्बुलेंस सेवा का भी मरीजों को फायदा मिल सकेगा. मधुबनी हवाई अड्डे के रनवे की लंबाई छोटे विमानों के लिए प्रयाप्त है. रेनवे की स्थिति भी बेहतर है और थोड़ी मरम्मत के बाद यहां से हवाई जहाज की आवाजाही शुरू की जा सकती है. यहां एक साथ कई छोटे प्लेन लैंड कर सकते हैं. बसुआड़ा और निधि चौक की तरफ से एयरपोर्ट की कनेक्टिविटि है. वर्षो से लोग यहां से विमानों के उड़ान भरने की उम्मीद लगाये बैठे लोगों में खुशी का महौल है.
पहले राजा, फिर नेताओं के लिए इस्तेमाल होता रहा
1941 में बने मधुबनी हवाई अड्डे की जिम्मेदारी आजकल एयरपोर्ट ऑथिरिटी आफ इंडिया के पास है. 1963 तक यह एयरपोर्ट दरभंगा राज का निजी एयरपोर्ट रहा. उसके बाद भारत सरकार को यह एयरपोर्ट सौंप दिया गया. इस एयरपोर्ट पर सेना और सरकार के विमानों की ही आवाजाही होती रही. 1982 में अंतिम बार यहां बिहार सरकार का सरकारी विमान उतरा था. उसके बाद यह एयरपोर्ट लगभग बंद और वीरान ही है. यह हवाई अड्डा केवल राजनेताओं के लिए रैली के दौरान हेलीकॉप्टर उतारने के लिए उपयोग किया जाता रहा है. बाकी समय, यह स्थानीय निवासियों के लिए एक खुला मैदान रहा है, जो इसका उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए करते हैं. जब कभी किसी नेता को मधुबनी आना होता है, उस समय इस जगह की सफाई कर इसे हेलीकॉप्टर के लैंड करने लायक और रैली की सभा करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
Also Read: Bihar News: बिहार ने 20 वर्षों में ऊर्जा के क्षेत्र में रचा इतिहास, उत्पादन क्षमता में की 7 गुना वृद्धि