बरसात शुरू होने के साथ ही डेंगू व चिकनगुनिया के बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है. इससे बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. डीएस सिंह ने कहा कि डेंगू – चिकनगुनिया से निपटने के लिए विभागीय निर्देश के आलोक में जुलाई माह को एंटी डेंगू माह के रूप में मनाया जाएगा.
एंटी डेंगू माह के रूप में मनेगा जुलाई माह
एडीज मच्छर के काटने से होता है डेंगू
डेंगू एडीज मच्छर के काटने से होता है. यह मच्छर दिन में काटता है, और स्थिर एवं साफ पानी में पनपता है. तेज बुखार, बदन, सिर एवं जोड़ों में दर्द और आंखों के पीछे दर्द होना डेंगू का प्रारंभिक लक्षण है. इसके अलावा त्वचा पर लाल धब्बे या चकते का निशान, नाक- मसूढ़ों या उल्टी के साथ रक्त स्राव होना एवं काला पैखाना होना डेंगू के लक्षण हैं. यदि किसी व्यक्ति को पहले डेंगू हो चुका है, तो उसे ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है. ऐसे व्यक्तियों को डेंगू बुखार की आशंका होने पर सरकारी अस्पताल या फिर डॉक्टर से संपर्क करनी चाहिए. दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करने के साथ मच्छर भगाने वाली क्रीम या दवा का प्रयोग दिन में भी करना चाहिए. पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें. घर के सभी कमरों को साफ- सुथरा रखें. टूटे-फूटे बर्तनों, कूलर, एसी, फ्रिज में पानी जमा नहीं होने दें. पानी टंकी और घर के आसपास अन्य जगहों पर भी पानी नहीं जमने दें. कीटनाशक दवा का इस्तेमाल करें. गमला, फूलदान का पानी हर दूसरे दिन बदल दें. घर के साथ-साथ सार्वजनिक स्थलों पर सतर्कता जरूरी है. मॉल व दुकान चलाने वाले लोग भी खाली जगहों पर रखे डिब्बे व कार्टन में पानी जमा नहीं होने दें.
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