मधुबनी डिविजन में दो सौ पोल टूट कर गिरा, बीस लाख का नुकसान शहरी क्षेत्र में रविवार की देर रात बिजली आपूर्ति हुआ चालू मधुबनी . बीते रविवार की रात आई आंधी तूफान एवं मेघ गर्जन से बिजली विभाग को बीस लाख से ज्यादा का नुकसान हुआ है. शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी कई जगह ट्रांसफार्मर पर पेड़ गिर गया. कई जगह बिजली के पोल टूट गये. तकरीबन दस किलोमीटर में बिजली केबल का भी नुकसान हुआ. जिसके कारण उपभोक्ताओं को रात भी उमस भरी गर्मी में गुजासनी पड़ी. बिजली आपूर्ति बाधित रहने से लोगों के घर में मोटर तक नहीं चला. सोमवार की सुबह से लोग पानी के लिए इधर उधर भटकते रहे. मोबाइल चार्ज नहीं रहने के कारण लोगों को अपने करीबियों से संपर्क के लिए भी परेशानी झेलनी पड़ी. कई प्रखंड में बिजली आपूर्ति रही बाधित बिजली विभाग की माने तो मधुबनी शहर से सटे चकदह, भच्छी, मंगरौनी, जितवारपुर, रांटी सहित और कई जगह आंधी तूफान से बिजली का पोल गिर गया. बिजली पोल सड़क पर गिर जाने से राहगीरों को परेशानी झेलनी पड़ी. तकरीबन तीन से चार घंटों पर लोगों का आवाजाही बंद रहा. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी रविवार की रात से बिजली आपूर्ति बाधित रही. विभाग के कार्यपालक अभियंता मो. अरमान ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के रहिका प्रखंड, बेनीपट्टी, बिस्फी, राजनगर, हरलाखी में पोल टूट कर गिर जाने से14 घंटे तक बिजली आपूर्ति बाधित रही. आंधी तूफान से दो सौ पोल टूट कर गिरा तेज आंधी तूफान से दो सौ सीमेंट का पोल गिर गया. पोल गिरने के कारण प्रखंडों में 11 हजार व 33 हजार वोल्ट बिजली की आपूर्ति बंद हो गई. सोमवार को सहायक अभियंता, कनीय अभियंता एवं शहर में दो दर्जन से अधिक मिस्त्री शहर में दिनभर पोल लगाने व बिजली तार को सही करने में जुटे रहे. मंगरौनी फीडर में पोल पर पेड़ गिर जाने के कारण एक दर्जन डीटीआर में बिजली की आपूर्ति बंद रखी गई. विभाग को 20 लाख से ज्यादा का नुकसान का है अनुमान विभाग के कार्यपालक अभियंता मो. अरमान ने कहा कि आंधी तूफान के कारण तार टूटने व पोल गिरने से विभाग को बीस लाख रुपये से ज्यादा का नुकसान होने का अनुमान बताया गया है. रहिका सहित कई जगह ट्रांसफार्मर पर पेड़ गिरने के कारण उस जगह का ट्रांसफार्मर बर्बाद हो गया. जहां भी ट्रांसफार्मर खराब हुआ है. सभी जगह पर सोमवार को ट्रांसफार्मर बदलने का कार्य कराया गया. रात में ही शहर में चालू किया गया बिजली आपूर्ति आंधी के कारण रामनगर ग्रिड व पंडौल ग्रिड में 33 हजार लाइन की आपूर्ति बंद हो गई थी. पहले 33 हजार लाइन को चालू किया गया. उसके बाद रात के इमर्जेंसी फीडर, ओल्ड फीडर, हवाई अड्डा फीडर व कोशी फीडर में कुछ डीटीआर को छोड़कर देर रात लाइन को चालू कर दिया गया. विभाग के सहायक अभियंता सुधांशु कुमार, कनीय अभियंता अनिल कुसुम के नेतृत्व में बिजली मिस्त्री काम कर रहे थे. ग्रामीण क्षेत्रों में भी सोमवार को दोपहर में बिजली आपूर्ति चालू कर दी गई.
संबंधित खबर
और खबरें