मधुबनी. रहिका प्रखंड के राजकीय मध्य विद्यालय नाजिरपुर में 316 से अधिक बच्चे काफी पुराने और जर्जर भवन में पढ़ाई करने को विवश हैं. विद्यालय भवन की जर्जर हालत से बच्चे क्लास में जाने से घबराते हैं. लेकिन उसी में पढ़ने के अलावे उनके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है. जब विद्यालय आते है तो बच्चों व शिक्षकों का बार बार भवन के जर्जर छत व दीवाल की तरफ ही ध्यान लगा रहता है. पाली से लेकर आठवीं क्लास तक के बच्चों की यहां पढ़ाई की व्यवस्था है. बरामदे की छत का प्लास्टर, ईंट आदि टूट टूट कर अक्सर गिरते रहते हैं. प्लास्टर का बड़ा टुकड़ा एक बच्चे के सामने ही गिर गया. स्कूल प्रधान का कहना है कि हर वक्त हादशे की संभावना बनी रहती है.
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