जिले को मिले 25 विशेषज्ञ चिकित्सक मधुबनी . सदर अस्पताल सहित जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में 25 पीजी बांड विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति की है. चिकित्सकों की नियुक्ति 3 साल के लिए की गई है. इसमें आठ विशेषज्ञ चिकित्सकों को सदर अस्पताल तथा 17 विशेषज्ञ चिकित्सकों को अनुमंडलीय अस्पताल सहित अन्य संस्थानों में पदस्थापित किया गया है. विशेषज्ञ चिकित्सकों में गायनकोलॉजिस्ट, जेनरल मेडिसिन एमडी, आर्थो, एनेस्थीसिया, माइक्रोबायोलॉजी, फिजियोलॉजी एवं थार्मोलाजिस्ट विशेषज्ञ चिकित्सक शामिल हैं. सीएस डॉ. हरेंद्र कुमार ने कहा कि चिकित्सकों के योगदान के बाद स्वास्थ्य संस्थानों में चिकित्सा सुविधा में बढ़ोतरी होगी. एनेस्थेटिक चिकित्सकों की किल्लत से जूझ रहे सदर अस्पताल में एनेस्थिसिया चिकित्सक को पदस्थापित किया गया है. एनेस्थीसिया चिकित्सक के नियुक्ति के बाद सदर अस्पताल में सी सेक्शन सहित अन्य सर्जरी में बढ़ोतरी होगी. विदित हो कि एनेस्थेटिक चिकित्सक नहीं रहने के कारण सदर अस्पताल में सिजेरियन में कमी दर्ज की गई थी. वहीं अब अनुमंडलीय अस्पताल झंझारपुर में भी सिजेरियन शुरू होगा. सोमवार को नव पदस्थापित चिकित्सकों ने सिविल सर्जन कार्यालय में योगदान दिया. इसके बाद सभी चिकित्सकों को अपने अपने पदस्थापित संस्थानों में योगदान के लिए भेजा जाएगा. इन चिकित्सकों को किया गया पदस्थापित जिले में 25 चिकित्सकों को पदस्थापित किया गया है. इसमें सदर अस्पताल में एमडी मेडिसिन डॉ. रिजवान अहमद, एमएस ऑर्थो डॉ. आनंद मोहन, डॉ. शफी अहमद शिशु रोग विशेषज्ञ, डॉ. अमित कुमार फिजियोलॉजी, डॉ. अंजलि झा एनेस्थीसिया, डॉ. परतोष झा एमडी जेनरल मेडिसिन, डॉ. अमंदा ग्रेस एनेस्थीसिया एवं डॉ.अनामिका गायनकोलॉजिस्ट शामिल है. इसके अलावा अनुमंडलीय अस्पताल बेनीपट्टी में 5, अनुमंडलीय अस्पताल जयनगर में 3, अनुमंडलीय अस्पताल झंझारपुर में 4, अनुमंडलीय अस्पताल फुलपरास में 1, अररिया संग्राम ट्रामा सेंटर में 2 एवं रेफरल अस्पताल मधेपुर में 2 चिकित्सकों को पदस्थापित किया गया है. सिविल सर्जन डॉ. हरेंद्र कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग आम लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कृत संकल्पित है. उन्होंने कहा कि अब अनुमंडलीय अस्पताल झंझारपुर, जयनगर, बेनीपट्टी एवं फुलपरास में महिलाओं के इलाज सहित सी सेक्शन का भी कार्य संपादित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अब किसी भी स्वास्थ्य संस्थानों से महिलाओं को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए रेफर की समस्या से निजात मिलेगी.
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