Motihari: अरेराज. महादेव के प्रिय मास सावन के दूसरे सोमवारी पर मनोकामना पूरक पंचमुखी सोमेश्वरनाथ को जलाभिषेक के लिए भिन्न भिन्न पवित्र नदियों से जलभरी कर भक्त का टोली रविवार शाम से ही शिवनगरी पहुंचने लगा. रविवार रात्रि 11 बजते ही बोल बम, हर हर महादेव के जयघोष से शिवालय गूंजने लगा. श्रद्धालु पार्वती पोखर में डुबकी लगाकर हाथ मे गंगाजल लिए जलाभिषेक के लिए कतारबद्ध होने लगे. अर्ध रात्रि में ही भक्तों को कतार तीन किलोमीटर दूर तक हो गयी थी. भक्तों के दबाव को देखते हुए अनुमंडल प्रशासन व मंदिर प्रबंधन के उपस्थिति में मंदिर महंत सह महामंडलेश्वर रविशंकर गिरी द्वारा प्रथम पूजा के बाद भक्तो के लिए रात्रि दो बजे कपाट को खोल दिया गया. कपाट खुलते ही महिला पुरुष भक्त शिव जयकारे के साथ अलग अलग कतारबद्ध होकर अरघा से जलाभिषेक कर मंगलकामना करने में जुट गए. शिव मंदिर के साथ साथ पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो चुका था. दिनभर सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष भक्त कड़ाके के गर्मी के बाद भी डीजे के धुन पर नाचते गाते पहुंचते रहे. इसबार एसडीओ अरुण कुमार के निर्देश पर थाना अध्यक्ष विभा कुमारी द्वारा श्रद्धालुओं की सुगमता को लेकर बेहतर व्यवस्था किया गया था. शहर के बाहर धर्मदास पोखर, बेतिया रोड में माई स्थान मंदिर, जनेरवा में बड़ी व छोटी वाहन को रोककर पार्किंग करने से सबसे बेहतर ट्रैफिक व्यवस्था रहा. श्रद्धालुओं की सुरक्षा व विधि व्यवस्था को लेकर 300 पुलिस पदाधिकारी व महिला पुरुष सुरक्षा बल के साथ चौकीदार व एनसीसी को लगाया गया था. नगर पंचायत द्वारा श्रद्धालुओं के बेहतर व्यवस्था को लेकर साफ सफाई के अलावा आधा दर्जन स्थलों पर प्यायु लगाकर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था किया गया था .मंदिर परिसर स्थित नियंत्रण कक्ष से मेला दंडाधिकारी सीसीटीवी से पूरे मेला क्षेत्र पर नजर रखते हुए दण्डाधिकारियों को निर्देशित करते रहे .वही स्वास्थ्य शिविर में दर्जनों कांवरियों का इलाज किया गया. मंदिर प्रबंधन व प्रशासन की माने तो दूसरी सोमवारी पर डेढ़ लाख से अधिक कांवरियों द्वारा जलाभिषेक कर पूजा अर्चना किया गया. कपाट खुलने से लेकर समाचार प्रेषण तक सावन की सोमवार व एकादशी उपरांत द्वादशी तिथि के संयोग का लाभ लेने के लिए भक्तो की लंबी कतार लगी हुई थी .
संबंधित खबर
और खबरें