छौड़ादानो . महुआवा थाना क्षेत्र स्थित चन्द्रमन गांव के समीप भारत-नेपाल सीमा सड़क के बगल में गाड़ियों के पुराने टायर को जलाकर केमिकल तैयार करने से हवा में फैल रहे प्रदूषण को लेकर स्थानीय लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है. लोग मुखर होकर इसका विरोध कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि स्थानीय प्रशासन की सांठ-गांठ से सरकारी नियमों को ताक पर रख कर टायर जलाकर केमिकल बनाने का धंधा किया जा रहा है. जिसका अगल-बगल के गांव में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है. मामले में प्रभावित लोगों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी को एक आवेदन दिया है. बताया गया है कि नेपाल से गाड़ियों के टायर तस्करी कर लाए जाते हैं और उन्हें जलाकर केमिकल तैयार किया जाता है. स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से चोरी छिपे यह धंधा संचालित हो रहा है. संचालकों के पास प्रदूषण सर्टिफिकेट भी नहीं है. टायर जलाने से निकलने वाले धुआं, राख और गंध से लोगों का रहना मुश्किल हो गया है. रात में सांस लेने में कठिनाई हो रही है. दमा और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से ग्रसित होने की आशंका बढ़ गयी है. जबकि आवासीय परिसर के समीप टायर जलाना कहीं से न्यायोचित नहीं है. आवेदन में जिलाधिकारी द्वारा अपने स्तर से स्थल निरीक्षण कर उचित कानूनी कार्रवाई करने की गुहार लगाई गयी है. ताकि स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य की रक्षा हो सके. आवेदन देने वालों मे कोरैया पंचायत की मुखिया शकुंतला देवी, वार्ड सदस्य सुनीता देवी, रंजन कुमार, रामबाबू राय, मुकेश कुमार, मनोज कुमार, सकल बैठा, प्रमोद राम, रामदनी, रामचंद्र राय, चन्द्रमोहन यादव, रत्नेश यादव, रमेश कुमार, शिवचंद्र कुमार, मिथलेश कुमार, शत्रुघ्न राम, सुग्रीव यादव, अमर बैठा सहित अन्य शामिल थे.
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