Motihari: मोतिहारी. पीएम आवास योजना के तहत आवास सर्वेक्षण के दौरान प्रतीक्षा सूची में नाम जोड़ने के लिए रिश्वत लेने वाले ग्रामीण आवास सहायक धर्मेन्द्र कुमार की सेवा समाप्त कर दी गयी है. धर्मेन्द्र तेतरिया प्रखंड के ग्राम पंचायत कोठिया में कार्यरत थे. उनके द्वारा रमेश नामक व्यक्ति से छह आवेदन जमा करने के एवज में 500-500 रुपये की वसूली की गयी, जिसका वीडियो वायरल हो गया. मामले की जांच व स्पष्टीकरण के बाद उनकी सेवा समाप्त की गयी है. एनइपी निदेशक डॉ कुंदन ने बताया कि ग्रामीण आवास सहायक धर्मेन्द्र कुमार की आवाज वायरल वीडियो में प्रतीत हो रही है, जिसके आलोक में यह कार्रवाई की गयी है. श्री कुमार चौथे आवास सहायक है, जिनकी सेवा समाप्त की गयी है. डॉ कुंदन ने बताया कि सर्वेक्षण का कार्य 15 मई को समाप्त हो गया. सभी आवास सहायक व पीआरएस जो सर्वे कार्य में लगे थे, उनसे लिखित लिया गया है कि एक भी व्यक्ति नहीं छूटा है. ऐसे में कोई व्यक्ति आवेदन देता है सूची में नाम जोड़ने के लिए तो संबंधित सर्वेकर्मी से जवाब-तलब व जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.
संबंधित खबर
और खबरें