कम दर पर लोन उपलब्ध कराने का झांसा देकर एक फाइनेंस कंपनी एक साै महिलओं से तीन लाख रुपये की ठगी कर फरार हो गयी. पहले तो पखंड के विभिन्न क्षेत्रों में घूम-घूम कर कंपनी के कर्मी उपभोक्ता बनाया और निबंधन शुल्क के नाम पर उनसे से राशि की उगाही की. फाइनेंस कंपनी के कर्मियों ने 19 जून को लोन देने का प्रलोभन दिया. परंतु गुरुवार को जब उपभोक्ता फाइनेंस कर्मी के कार्यालय पहुंची तो वहां न तो कोई बोर्ड लगा था और न ही कोई कर्मी मौजूद थे.
फाइनेंस कर्मियों ने वसूला प्रति व्यक्ति तीन हजार रुपये
बताया जाता है कि ईस्ट कॉलोनी थाना क्षेत्र के बड़ी आशिकपुर स्थित एक मकान में जनश्री माइक्रो फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड नाम की एक कंपनी चल रही थी. इस कंपनी के एजेंट प्रखंड के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में निबंधन शुल्क के नाम पर प्रत्येक उपभोक्ताओं से तीन हजार रुपये की उगाही की. फाइनेंस कर्मियों ने गुरुवार को उपभोक्ताओं को लोन स्वीकृत करने की बात कहकर बुलाया था. लेकिन वहां न तो कर्मी मौजूद थे और न ही फाइनेंस कर्मी का बोर्ड ही लगा था. यहां तक कि मकान मालिक भी गायब था.
महिलाओं ने किया हंगामा, जांच में जुटी पुलिस
उपभोक्ताओं में शामिल महिलाएं खुशबू देवी, रीना देवी, रूबी देवी, उमा देवी, सुलेखा देवी, ललिता देवी, सुलोचना कुमारी, मनीषा देवी, सिंधु देवी सहित अन्य ने बताया कि जनश्री माइक्रो फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के एजेंट के रूप में विजिटिंग कार्ड लेकर अंकित, दिलखुश, अभिजीत और आर्यन नामक व्यक्ति क्षेत्र में घूम-घूम कर लोगों को लोन दिलाने की बात कहते थे और उपभोक्ताओं से आधार कार्ड, पैन कार्ड व वोटर कार्ड की फोटो कॉपी लेते थे. इसके अलावा तीन हजार रुपये नगद यह कह कर लेते थे कि जून महीना में आपलोगों का लोन स्वीकृत हो जायेगा. इस झांसे में क्षेत्र की लगभग सौ महिलाओं ने तीन-तीन हजार रुपये दे दिया. कार्यालय में कर्मियों के नहीं मिलने पर महिलाओं ने स्वयं को ठगी होने की बात कही. इसके बाद महिलाएं हंगामा करने लगी. हंगामा की सूचना डायल 112 नंबर की पुलिस वहां पहुंची और महिलाओं से पूरी जानकारी लेकर थाना में आवेदन देने को कहा. इसके बाद अग्रेतर कार्रवाई की जायेगी.
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