मुंगेर. स्वास्थ्य विभाग के अधीन संचालित लैप्रोसी (कुष्ठ) कार्यालय के लिपिक राजीव कुमार के विरुद्ध सिविल सर्जन द्वारा प्रपत्र क गठित करने की कार्रवाई आरंभ की गयी है. सिविल सर्जन डॉ रामप्रवेश कुमार ने बताया कि लेप्रोसी विभाग का ऑडिट नहीं हो पाने के कारण महालेखाकार द्वारा बार-बार ऑडिट कराने के लिए एसीएमओ कार्यालय को पत्राचार किया जा रहा है. इसके लिए एसीएमओ कार्यालय द्वारा कई बार लिपिक राजीव कुमार को पत्राचार कर तथा फोन से सूचित किया गया था, लेकिन इसके बावजूद ऑडिट कराने के प्रति लिपिक लापरवाह बने हैं. लिपिक की लगातार लापरवाही और तीन बार रिमाइंडर नोटिस के बाद अब लिपिक के विरुद्ध प्रपत्र क गठित करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. उन्होंने बताया कि 3 मार्च व 17 मई को महालेखाकार का पत्र ऑडिट के लिए आ चुका है. इस आलोक में एसीएमओ कार्यालय द्वारा लिपिक को आडिट कराने के लिए तीन बार पत्राचार किया गया. लेप्रोसी कार्यालय से सेवानिवृत हुए कई कर्मचारियों ने एरियर बनाने के नाम पर हजारों रुपया अवैध उगाही की भी शिकायत लिपिक राजीव कुमार के विरुद्ध की है. लिपिक की कार्यशैली को देखते हुए उनके विरुद्ध प्रपत्र क गठित करने की कार्रवाई आरंभ की गयी है.
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