पीड़िता ने अपने पिता व नप कर्मियों पर एसडीओ से कार्रवाई की लगायी गुहार
बताया जाता है कि सत्तन बिंद की इस करतूत को लेकर उसकी बेटी संजना, जिसने महकोला गांव के नवल किशोर बिंद के पुत्र आनंद कुमार से प्रेम विवाह कर ली और दिल्ली में रहने लगी. संजना ने अनुमंडल कार्यालय में एसडीओ को अपना जीवित होने का प्रमाण दी और अपने नाम से निर्गत मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत करने की बात कही. इस पर एसडीओ ने संज्ञान लेते हुए जांच की बात कही और दोषियों पर कार्रवाई का निर्देश दिया. इस गैरकानूनी कार्य में नोटरी से निर्गत शपथ पत्र, नगर परिषद के संबंधित वार्ड पार्षद और गवाहों के साथ नगर परिषद कर्मी की संलिप्तता और सांख्यिकी पदाधिकारी की भूमिका पर भी सवाल उठ रहा है. जानकारी के मुताबिक जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र का शपथ पत्र पिछले कुछ वर्षों से नोटरी के द्वारा बनाया जाता है. ऐसे में इस गंभीर मामले में नगर परिषद कटघरे में है. गौरतलब है कि फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र में 28 जुलाई 2024 की तारीख में संजना को मृत दिखाते हुए 16 नवंबर 2024 को फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाया गया. फर्जी प्रमाण पत्र के कारण संजना का बैंक खाता भी बंद हो गया. संजना ने नगर परिषद के कर्मचारियों के साथ आवेदक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की.
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