एक पैर से दिव्यांग काजल को नहीं मिली सरकारी मदद, डॉक्टर बनने की है चाहत

एसबीआरटी परियोजना कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय संग्रामपुर से मैट्रिक व इन्टर की पढ़ाई पूरी की

By ANAND KUMAR | May 6, 2025 7:12 PM
feature

संग्रामपुर

संग्रामपुर निवासी सुशील रजक की पुत्री दिव्यांग काजल कुमारी बचपन में ही पोलियोग्रस्त हो गई थी. बावजूद वह एक पैर से उछल-उछल कर विद्यालय जाती थी. उसकी प्राथमिक शिक्षा संग्रामपुर के प्राथमिक विद्यालय से हुई और मध्य विद्यालय संग्रामपुर (बालक) से आठवीं पास की. इसके बाद एसबीआरटी परियोजना कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय संग्रामपुर से मैट्रिक व इन्टर की पढ़ाई पूरी की. काजल का कहना है कि मैं डाॅक्टर बनकर गरीबों एवं निसहायों की सेवा करना चाहती हूं. लेकिन पिता दैनिक मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते हैं.

दिव्यांग काजल को अबतक नहीं मिली सरकारी सहायता

काजल का कहना है कि जब मैं छ: महीने की थी, तभी पोलियो मार दिया. मेरे पिता इलाज कराया. फिर भी मैं एक पैर से दिव्यांग रह गई. उसकी मां माला देवी ने बताया कि काजल सुबह में घरेलू कार्य में हाथ बंटाने के बाद समय पर विद्यालय जाने लगी और उसकी मेहनत व लगन से शिक्षक-शिक्षिका भी प्रभावित थे. घर से विद्यालय उछल-उछल कर जाया करती थी और आज भी अगर किसी निजी क्लिनिक में कुछ काम के लिए बुलावा आता है तो काजल एक पांव पर उछल-उछल कर जाती है. एक पैर से दिव्यांग होने के बाद भी किसी भी तरह की सरकारी सुविधा नहीं मिल पायी. ट्राई साईकिल के लिए आवेदन किया था. 80 प्रतिशत दिव्यांगपन नहीं होने की वजह से ट्राई साईकिल नहीं मिला. मुझे डाॅक्टर बनने की अभिलाषा थी. लेकिन आर्थिक तंगी के कारण पूरी नहीं हो सकी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

संबंधित खबर और खबरें

यहां मुंगेर न्यूज़ (Munger News) , मुंगेर हिंदी समाचार (Munger News in Hindi), ताज़ा मुंगेर समाचार (Latest Munger Samachar), मुंगेर पॉलिटिक्स न्यूज़ (Munger Politics News), मुंगेर एजुकेशन न्यूज़ (Munger Education News), मुंगेर मौसम न्यूज़ (Munger Weather News) और मुंगेर क्षेत्र की हर छोटी और बड़ी खबर पढ़े सिर्फ प्रभात खबर पर .

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version