* जीआरपी मंदिर से कारखाना गेट संख्या 6 तक रेलवे के क्षेत्राधिकार में है ऊपरी सड़क
जमालपुर स्टेशन से रेल कारखाना के 6 नंबर गेट तक की ऊपरी सड़क बदहाल अवस्था में है. लगभग 15 वर्ष पहले रेलवे द्वारा इस सड़क का निर्माण कराया गया था. परंतु रखरखाव के अभाव में अब इस सड़क पर केवल गड्ढे ही गड्ढे दिखाई पड़ते हैं. जिसके कारण इस सड़क मार्ग से गुजरने वाले हजारों राहगीर और सैकड़ो वाहन चालक परेशान है. आए दिन लोग दुर्घटना के शिकार बन रहे हैं. इतना ही नहीं बारिश आरंभ हो जाने के बाद इस सड़क की स्थिति और भी दयनीय हो चुकी है. स्थिति यह है कि कहीं-कहीं सड़क नजर आती है, बांकी गड्ढे ही गड्ढे नजर आते हैं.
दो प्रखंडों को जोड़ने वाली है यह ऊपरी सड़क
जमालपुर की यह ऊपरी सड़क जमालपुर मुख्यालय को समीप के धरहरा मुख्यालय से भी जोड़ती है. यह सड़क रेलवे के क्षेत्राधिकार में आती है. जिस पर प्रतिदिन हजारों राहगीर और सैकड़ो वाहन चालकों की आवाजाही होती है. यही सड़क न केवल दोनों प्रखंडों के पदाधिकारी की आवाजाही का मार्ग है, बल्कि इसी सड़क से होकर जिला के वरीय अधिकारी धरहरा प्रखंड जाते हैं. जबकि इसी सड़क से होकर प्रतिदिन बड़ी संख्या में रेल कर्मियों की भी आवाजाही होती है. मुख्य मार्ग होने के कारण इसी सड़क से होकर प्रतिदिन स्कूली वाहनों का परिचालन भी होता है. इसी सड़क पर सब्जी मंडी भी सजाती है. जहां शहर के हजारों लोग सब्जियां खरीदने पहुंचते हैं और सड़क के गड्ढे में फंसकर दुर्घटना का शिकार बन जाते हैं, परंतु इस सड़क की बदहाल स्थिति को देखने वाला कोई नहीं है. रेलवे के सीनियर ऑफिसर की आवाजाही का रास्ता ईस्ट कॉलोनी की सड़क है. रेल अधिकारियों के इधर नहीं आने के कारण यह सड़क उपेक्षा का शिकार बनी हुई है.
गड्ढे के बीच सड़क तलाशते हैं राहगीर
जमालपुर रेलवे स्टेशन के दक्षिणी मुख्य प्रवेश द्वार के निकट से ही सड़क में गड्ढे नजर आने लगते हैं. कहीं एक फीट तो कहीं आधा फीट के गड्ढे बेशुमार हैं. जीआरपी शिव मंदिर के निकट से गड्ढे का जो सिलसिला आरंभ होता है. वह कारखाना गेट नंबर 6 तक रुकने का नाम नहीं लेता. कई जगह तो सड़क टूट कर उसके नीचे के पत्थर भी निकल गए हैं. बारिश का पानी इन गड्ढे में भर जाता है और इसके बाद इस सड़क से गुजरना कोई जंग जीतने के बराबर हो जाता है. राजेश पासवान तीन बटिया तक गड्ढे के अलावा कहीं सड़क नहीं है. तीन बटिया के बाद भी पुराना लोको गेट के नजदीक सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त है. सड़क की पश्चिम की ओर रेलवे क्वार्टर है तो पूर्व की तरफ नल बने हुए हैं. जिसमें पानी का दुर्गंध आने जाने वाले लोगों को परेशान करता है. बरसात में यहां की स्थिति नारकीय बन जाती है.
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