
मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय की महत्वाकांक्षी पहल “भारत में प्रौद्योगिकी/विस्तार केंद्रों की स्थापना ” के तहत मुजफ्फरपुर जिले में एक महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी विस्तार केंद्र स्थापित किया जाएगा. इस परियोजना की विस्तृत रूपरेखा मंगलवार को जिला उद्योग केंद्र कार्यालय सभागार में आयोजित एक परामर्श बैठक में प्रस्तुत की गई. जिला उद्योग केंद्र की महाप्रबंधक सुश्री अभिलाषा भारती ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और परियोजना के मुख्य उद्देश्यों पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि यह अत्याधुनिक विस्तार केंद्र ””हब-एंड-स्पोक”” मॉडल पर आधारित होगा, जिसमें जमशेदपुर स्थित आईडीटीआर (Institute for Design of Electrical Measuring Instruments) मुख्य हब के रूप में कार्य करेगा और मुजफ्फरपुर सहित दस अन्य केंद्र स्पोक के तौर पर इससे जुड़ेंगे. बैठक में इस महत्वपूर्ण परियोजना को कार्यान्वित कर रही इरकॉन की प्रशिक्षक भागीदार, ग्रांट थॉर्नटन भारत एलएलपी की सुश्री नीतू गोयल ने देशभर में स्थापित सफल प्रौद्योगिकी केंद्रों के कई प्रेरणादायक उदाहरण साझा किए. उन्होंने एमएसएमई और उद्योगों के सामने आने वाली उन्नत मशीनरी, उपकरणों और कुशल श्रमिकों की कमी जैसी प्रमुख चुनौतियों पर विशेष जोर दिया. मुजफ्फरपुर में स्थापित होने वाला यह प्रौद्योगिकी विस्तार केंद्र स्थानीय उद्योगों को आवश्यक तकनीकी सहायता, व्यवसाय विकास से जुड़ी महत्वपूर्ण सेवाएं और उच्च गुणवत्ता वाला प्रशिक्षण प्रदान करके इन चुनौतियों का प्रभावी ढंग से समाधान करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. इस महत्वपूर्ण परामर्श बैठक में डीआईसी, एमएसएमई-डीएफओ, टीआरटीसी पटना और बियाडा के उच्च अधिकारियों के साथ-साथ सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज, सरकारी महिला पॉलिटेक्निक, एमआईटी, सरकारी आईटीआई जैसे प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थानों के प्रतिनिधियों और खाद्य उद्योग, चावल मिल, इस्पात उद्योग, कपड़ा उद्योग सहित विभिन्न क्षेत्रों के एमएसएमई उद्यमियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया.
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