
उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
प्रचंड गर्मी की मार झेल रहे शहर में अब जल संकट गहराता जा रहा है. तापमान के लगातार बढ़ने से भूजल स्तर तेजी से नीचे खिसक रहा है, जिसके कारण कई इलाकों में पानी की आपूर्ति बाधित हो गयी है. शहर के मालीघाट, बालूघाट, नई बाजार, मोतीझील सहित विभिन्न हिस्सों में सार्वजनिक नलों पर रविवार की सुबह से ही लोगों की लंबी कतारें लग रही, महिलाएं और बच्चे बाल्टी और बर्तन लेकर पानी भरने के लिए घंटों इंतजार करने रहे. कई मुहल्लों में तो स्थिति इतनी खराब है कि लोगों को पीने और खाना बनाने तक के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है. लोगों का कहना है कि उन्हें समय पर पानी नहीं मिल रहा है और जब आता भी है तो फ्लो इतना कम होता है कि एक बाल्टी भरने में आधा घंटा का समय लग जाता है. पानी की कमी के कारण दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिये काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. सार्वजनिक नलों पर सुबह और शाम में पानी भरने के लिये बाल्टी की कतार लग रही है. शहर के कई इलाकों में पाइपलाइन से जलापूर्ति अनियमित होने से लोगों को पीने का पानी समरसेबल लगे दूसरों के घरों या सार्वजनिक चापाकल से ढो कर लाना पड़ रहा है. इससे समय की बर्बादी हो रही है और जरूरत लायक पानी भी नहीं मिल रहा है. मोतीझील रेलवे गुमटी के समीप सार्वजनिक नल से पानी भरने आयी महिला सुदामा देवी ने बताया कि गर्मी तो पहले से ही जानलेवा है और अब पानी की किल्लत ने जीना मुश्किल कर दिया है. सुबह पांच बजे ही पानी भरने के लिये जगना पड़ता है. गर्मी में बढ़ गयी बोतल बंद पानी की मांग गर्मी में बोतल बंद पानी की मांग दोगुनी हो गयी है. पेयजल संकट के कारण कई घरों में 20 लीटर वाला पानी का जार पहुंच रहा है. शहर के कई लोग पीने के लिये जार मंगवाना शुरू किया है तो वहीं बोतल बंद पानी की डिमांड भी बढ़ी है. इसकी बिक्री शहर में खूब हो रही है. धूप में निकलने वाले लोग बाजार से ठंडा पानी खरीद कर पी रहे हैं. स्टेशन रोड, इमलीचट्टी, कलमबाग चौक, मोतीझील और सरैयागंज में बोतल बंद पानी की डिमांड अधिक है. पानी विक्रेता आकाश सर्राफ ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से पानी की मांग काफी बढ़ी हुई है. 200 और 500 एमएल वाले बोतल की मांग अधिक है. बाजार में सभी कंपनियों का बोतल बंद पानी उपलब्ध है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है