Home बिहार मुजफ्फरपुर बरसो मेरे गांव में जलधर, अमन चैन का बादल कर

बरसो मेरे गांव में जलधर, अमन चैन का बादल कर

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बरसो मेरे गांव में जलधर, अमन चैन का बादल कर

उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर

छोटी सरैयागंज स्थित श्री नवयुवक समिति के सभागार में रविवार को नटवर साहित्य परिषद की ओर से मासिक कवि गोष्ठी सह मुशायरा का आयोजन किया गया. मौके पर कवियों ने अपनी रचनाओं से लोगों को मुग्ध कर दिया. अध्यक्षता डॉ शैल केजरीवाल और मंच संचालन सुमन कुमार मिश्र ने किया. गोष्ठी का शुभारंभ आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री के गीतों से हुआ, जिसने माहौल को साहित्यिक बना दिया. इसके बाद सत्येंद्र कुमार सत्येन ने हम त जाइब हो बलमुआ सुनाकर श्रोताओं से खूब दाद बटोरी. डॉ नर्मदेश्वर मुजफ्फरपुरी ने मशवरा है जिंदगी में आजमा कर देखना, दुश्मनों को भी कभी अपना बना कर देखना से वाहवाही लूटी. सुमन कुमार मिश्र ने बरसो मेरे गांव में जलधर, अमन चैन का बादल कर सुनाकर श्रोताओं की तालियां बटोरीं. सागर कुमार ने दिल की बात दिलनशीं को कैसे कहता, ये उसी की बात उसी को कैसे कहता प्रस्तुत की.

आचार्य चंद्र किशोर पाराशर ने जननी का हर घाव हमें सीना है, पीना है प्रत्येक गरल पीना है सुनाकर सबको मुग्ध कर दिया. मौके पर डॉ जगदीश शर्मा, डॉ शैल केजरीवाल, मुन्नी चौधरी, अरुण कुमार तुलसी, निश्चल कुमार नीरज, राजीवेंद्र किशोर, अशोक भारती, मोहन प्रसाद सिन्हा, डॉ हरिकिशोर प्रसाद सिंह, श्रवण कुमार, श्याम पोद्दार, नंदकिशोर प्रसाद, पल्लव कुमार सुमन, अर्जुन कुमार, ओमप्रकाश गुप्ता, रमेश केजरीवाल, राना देवी दयाल की रचनायें भी सराही गयी.

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