28 थानाें में दफन हो रहीं जब्त 2800 गाड़ियां

अनदेखी. नीलाम की जाती तो, सरकार को मिल जाते 15 कराेड़ रुपये

By PANCHDEV KUMAR | April 26, 2025 11:32 PM
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आशुतोष कुमार, नवादा कार्यालय

सौंदर्य के चक्कर में दफन कर दिये गये वाहन

सबसे खराब स्थिति सिरदला थाना कैंपस की है. यहां कई बड़ी गाड़ियां जमीन के नीचे दफन हैं. थाना परिसर का सौंदर्यकरण और नये निर्माण के साथ गाड़ियां भी दफन होती गयीं. बुंदेलखंड जैसे कई ऐसे थानों में, तो जब्त गाड़ियों को सड़क किनारे रखा गया है. क्योंकि, थाने में इसे रखने की जगह ही नहीं है.

ऐसे समझिए सड़ रही गाड़ियाें की कीमत

शाेरूम से पांच गुना जगह घेरी हुई हैं जब्त गाड़ियां

एनएच का अतिक्रमण कर रखीं हैं गाड़ियां

जब्त गाड़ियों का आंकड़ा जुटाने की हुई थी कोशिश

गत वर्ष एसपी हरि प्रसाथ एस की पहल पर जिलेभर के थानाें में जब्त की गई बड़ी-छोटी गाड़ियों का समग्र आंकड़ा बनाने की कोशिश हुई थी. लेकिन, पुराने रिकॉर्ड अपडेट नहीं रहने के कारण यह पूरा नहीं हो पाया था. फिर से सभी थानेदार को आंकड़ा जुटाने का निर्देश एसएसपी ने दिया है.

कोर्ट के आदेश के बाद शुरू होती है नीलामी की प्रक्रिया

दुर्घटनाग्रस्त वाहन ही सर्वाधिक

थानों में जब्त अधिकांश वाहनों में दुर्घटना करने वाले होते हैं. सामान्य दुर्घटनाओं में तो वाहन मालिक उन वाहनों की जमानत करा लेते हैं लेकिन, जब किसी वाहन से बड़ी दुर्घटना हो जाती है, तो उनमें जमानत प्रक्रिया काफी जटिल हो जाती है. कई वाहनों के पूर्ण दस्तावेज नहीं होने पर भी मालिक उन्हें छुड़ा नहीं पाते हैं. वहीं, जिन वाहनों से बड़ी दुर्घटनाएं हुई या जिनमें परिवार के कई लोगों की मौत हो जाती है. ऐसे वाहनों को भी पीड़ितों के परिवार लेकर ही नहीं जाते हैं. उन वाहनों को भी पुलिस को दुर्घटनास्थल से उठाकर थाना में लाना पड़ता है. ऐसे वाहनों में कार, ऑटो व बाइक व ट्रक इत्यादि शामिल है.

इन वजहों से थानाें में सड़ रही हैं गाड़ियां

2. केस में महीनों बाद जारी होता है रिलीज ऑर्डर : आपराधिक या दुर्घटना के मामले में जब्त गाड़ियों के केस को सुलझाने में महीना और साल भी लग जाता है. जब तक केस सुलझ नहीं जाता है, तब तक उससे संबंधित गाड़ी को सबूत के तौर पर रखा जाता है. जांच पूरी होने के बाद ही गाड़ियां रिलीज होती हैं.

क्या कहते हैं अधिकारी162 वाहनों की नीलामी प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है. वहीं, 417 वाहनों की मूल्यांकन मोटर यान निरीक्षक के यहां लंबित है. नीलामी की प्रक्रिया के पूर्व राजसात और वाहन अधिहरण के बाद वाहन स्वामी को 90 दिनों का समयावधी दी जाती है, ताकि वे अपील कर सके. आने वाली मई माह के 15 से 20 तारीख तक 162 वाहनों की नीलामी की जायेगी. डीएम साहब के द्वारा दिये निर्देश का अनुपालन किया जा रहा है.

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