लोकेशन बन रहा सिरदर्द की वजह
ई-शिक्षा कोष एप में लैटिट्यूड और लांगीट्यूड की समस्या सबसे अधिक आ रही है जिस वजह से शिक्षकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आश्चर्य की बात है कि कई स्कूल के शिक्षकों का लोकेशन सीधे बीईओ कार्यालय दिखला रहा है. बता दें कि प्रखंड के विभिन्न स्कूलों में अब भी कई शिक्षक ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं कर केवल मैनुअल उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं.उत्क्रमित हाई स्कुल चंदाबारा के प्रिंसिपल संजय कुमार ने कहा की मेरे विद्यालय में 16 शिक्षक हैं किन्ही की भी हाजिरी स्कुल में नहीं बनता हैं.
मध्य विद्यालय बारत की शिक्षिका अर्चना कुमारी बताती हैं कि हमको हाजिरी बनाने के लिए स्कुल से दो किलोमीटर दूर आना जाना पड़ता हैं. फिलहाल, सितंबर माह तक शिक्षकों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों स्तर पर उपस्थिति दर्ज कराना होगा. जबकि, एक अक्टूबर से जो शिक्षक ऑनलाइन हाजरी नहीं बनाएंगे उनके वेतन की कटौती की जाएगी.
शिक्षा पदाधिकारी क्या बोले
विभाग की ओर से ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने के लिए ट्रायल शुरू होने के करीब दो महीने बाद भी प्रखंड के शिक्षक अपनी ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं करा रहे हैं. मेसकौर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नौशाद अहमद ने बताया कि. ऑनलाइन उपस्थिति बनाने में अब भी शिक्षकों को समस्या हो रही है तो उसकी शिकायत संबंधित कोषांग को बताएं. उन्होंने सभी प्रधानाध्यापको को शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी की गति बढ़ाने का निर्देश देते हुये प्रतिदिन की रिपोर्ट सौंपने को कहा है.
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