
नवादा कार्यालय. सरकार की ओर से पर्यावरण संरक्षण को संस्कृति से जोड़ने के लिए चलायी जाने वाली जल जीवन हरियाली योजना के तहत प्रत्येक वर्ष लाखों पौधे लगाये जाते हैं. बड़े स्तर पर योजना का संचालन मनरेगा से किया जाता है. करीब 10 वर्ष से पौधारोपण को लेकर मनरेगा से चरणबद्ध योजना चलायी जा रही है. पौधारोपण के बाद पौधों की सुरक्षा के लिए गैबियन, सिंचाई के लिए चापाकल, वैकल्पिक रूप में पानी वाला टैंकर सहित पांच वर्षों तक देख भाल के लिए रक्षक भी बहाल करने की प्रक्रिया निहित है. इसी को ध्यान में रखते हुए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की ओर से इस बार ग्राम पंचायतों में परियोजना बनाकर पौधरोपण करने का निर्णय लिया गया है. परियोजना तीन प्रकार की होगी. इसमें सड़क किनारे पौधारोपण, सामुदायिक स्थल पर ब्लाॅक प्लांटेशन व सार्वजनिक परिसर जैसे स्कूल, छात्रावास व खेल मैदान आदि शामिल है. प्रत्येक पंचायत इनमें से 2 प्रकार के पौधारोपण पर कार्य कर सकती है. परियोजना में पंचायत की ओर से आम, इमली, जामुन, महुआ, नीम, करंज, सुरजना, अर्जुन, सप्तपर्णी, केसिया सामिया, गुलमोहर, पेल्टाफारम, चिरोल, अमलतास, पीपल, बरगद, बांस, अमरूद, आंवला, नींबू, सीताफल, बेर, सिरस, खमेर व करंज के पौधे लगाये जायेंगे. इस संबंध में सरकार ने सचिवों व रोजगार सहायकों को दिशा-निर्देश दिये हैं. साथ ही उन्हें योजना पर जल्द से जल्द अमल करने की हिदायत भी दी है. नवादा मनरेगा जिला कार्यक्रम पदाधिकारी विकेश कुमार ने पौधारोपण पर विशेष जानकारी देते हुए बताया कि लक्ष्य पूर्व निर्धारित है. इस बार भी जिलेभर में 03 लाख 64 हजार पौधा लगाने का लक्ष्य हासिल करनी थी. इसके बढ़ाकर 4.36 लाख से ज्यादा कर दिया गया है. इसके लिए जिले के सभी प्रखंडों के मनरेगा कर्मी और अधिकारियों को निर्देशित भी किया जा चुका है. शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने को लेकर मनरेगा कृत संकल्पित है. एक पौधा का लागत 750 रुपया जन जीवन हरियाली अभियान के तहत मनरेगा द्वारा लगाये जाने वाले पौधों की लागत और देखभाल में कोई कसर नहीं छोड़ रखा है. प्राप्त जानकारी अनुसार, मनरेगा द्वारा लगाये गये एक पौधा पर पड़ने वाली लागत 750 रुपये बतायी गयी है. इसमें निजी जमीन में पौधारोपण और सरकारी जमीन में होने वाले पौधारोपण की लागत लगभग एक ही है. निजी रूप से पंचायतों के एक किसान को कम से कम 200 पौधा यानी एक यूनिट लगाना है, तब जाकर योजना पूर्ण होती है. 100-50 पौधा लगाने वाले छोटे सीमांत किसान के लिए भी विकल्प दिया गया है. इसमें दो छोटे छोटे किसान मिल कर संयुक्त रूप से एक यूनिट पौधारोपण कर सकते है. 750 के हिसाब से एक यूनिट का खर्च लगभग 01 लाख 87 हजार रुपये आता है. वित्तीय वर्ष 2025- 26 में प्रखंडवार जिला का लक्ष्य पौधों की संख्या -यूनिट की संख्या नवादा – 36000 – 180 हिसुआ – 24000 – 120 नारदीगंज – 26400 – 132 वारसलीगंज – 38400 – 192 पकरीबरावां – 38400 – 192 कौआकोल – 36000 – 180 काशिचक – 16800 – 84 रजौली – 36000 – 180 सिरदला – 36000 – 180 मेसकौर – 24000 – 120 नरहट – 24000 – 120 अकबरपुर – 45600 – 228 गोविंदपुर – 21600 – 108 रोह – 33600 – 168 ___________________________________ कुल — 436800 – 2184 क्या कहते है अधिकारी वित्तीय वर्ष 2025-2026 में जिले में पौधारोपण का लक्ष्य प्राप्त हो चुका है. इस बार जिले के 14 प्रखंडों में 04 लाख से ज्यादा पौधारोपण किया जाना है. इसको लेकर तैयारी शुरू हो चुकी है. सभी प्रखंडों में लक्ष्य अनुसार पौधारोपण का कार्य करने को निर्देशित किया जा चुका है. विकेश कुमार, डीपीओ नवादा
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