जिले में 87,604.4 हेक्टेयर भूमि में धान की खेती का लक्ष्य है निर्धारित
प्रतिनिधि, नवादा नगर
सूख रहे पौधे व बिचड़ा, किसान चिंतित
रोहणी नक्षत्र में जिन किसानों ने धान के बिचड़े डाले थे, वे अब चिंतित हैं. कई किसानों ने मोटर व डीजल पंप के सहारे खेतों में सिंचाई कर रोपनी की, लेकिन कड़ी धूप और सूखते खेत देखकर अब वे भी हताश हैं. किसान मनोज सिंह, बिपिन सिंह, उदय कुमार, मनोज महतो आदि का कहना है कि यदि अगले कुछ दिनों में अच्छी बारिश नहीं हुई, तो पहले से लगाये गये पौधे सूख सकते हैं और जिन खेतों में अब तक रोपनी नहीं हुई, वहां यह कार्य हो ही नहीं पायेगा. इससे किसानों की पूंजी डूबने की आशंका है और वे अन्न के एक-एक दाने को तरस सकते हैं.
बारिश के बिना धान की रोपनी संभव नहीं
पर्याप्त वर्षा की संभावना कम : कृषि वैज्ञानिक
कृषि मौसम वैज्ञानिक रौशन कुमार ने बताया कि जुलाई में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन किसानों की आवश्यकता के अनुसार पर्याप्त वर्षा की संभावना फिलहाल कम है. उन्होंने किसानों को सलाह दी कि वे अपने खेतों को तैयार रखें, क्योंकि जैसे ही अच्छी वर्षा होगी, खेत कादो करने योग्य हो जाएंगे और रोपनी कार्य तुरंत शुरू किया जा सकेगा. उन्होंने यह भी कहा कि अच्छी उपज के लिए समय पर फसल लगाना आवश्यक होता है. कुल मिलाकर, नवादा जिले में मानसून की अनिश्चितता ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. जहां एक ओर खेत तैयार हैं, बिचड़े भी रोपनी के लिए तैयार हैं, वहीं बारिश की कमी ने सारी योजनाओं पर पानी फेर दिया है. अब देखना यह है कि मानसून कब किसानों की उम्मीदों पर खरा उतरता है.
जून महीने तक हुई प्रखंड वार वर्षा के आंकड़े
प्रखंड वर्षा मिलीमीटर में
गोविंदपुर 200.4
काशीचक 61.4
मेस्कोर 160.8
नरहट 118.4
रजौली 257.0
सिरदला 177.8
नवादा 198.4
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