एकजुट हो जाओ, काम करो, खत्म करो की थीम पर चल रहा कुष्ठ मुक्त जिला अभियान
प्रतिनिधि, नवादा कार्यालय.
शुरू में हुआ इलाज, तो बच सकती है जान
माइको बैक्टीरियम लेप्री नामक जीवाणु के कारण होने वाला एक पुराना संक्रामक रोग है. यह मुख्य रूप से त्वचा, परिधीय तंत्रिकाओं, ऊपरी श्वसन तंत्र, आंखों और अंडकोष को प्रभावित करता है. कुष्ठ रोग का इलाज संभव है और प्रारंभिक अवस्था में उपचार से विकलांगता से बचा जा सकता है. लक्ष्य को देखते हुए जिला स्वास्थ्य समिति जिले में कुष्ठ से संबंधित आये दिन अनेकों कार्यक्रम का आयोजन कर रही है. समय-समय पर स्वास्थ्य विभाग कुष्ठ की बीमारी की पहचान व इलाज को लेकर जन जागरूकता अभियान के दौरान गांव की गलियों से लेकर शहर के चौक-चौराहों पर नुक्कड़ नाटक व अन्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. कुष्ठ रोगियों का इलाज 12 महीने दो तरीके से किया जाता है. वैसे मरीज जो ज्यादा गंभीर अवस्था में होते हैं, उनका इलाज 12 महीने चलता है. जो काम गंभीर होते हैं, उन्हें छह माह में इलाज देकर ठीक कर दिया जाता है.
फिजियोथैरेपी की व्यवस्था
जिले में मरीजों की संख्या व दवा देने की
स्थिति
प्रखंड पीबी एमबी कुल
क्या कहते हैं अधिकारी
कुष्ठ रोगियों के प्रति समाज को जागरूक होना पड़ेगा और समाज को पहला करना पड़ेगा. सरकारी सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध करायी जा रही है. जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर कुष्ठ रोगियों का इलाज उपलब्ध है.डॉ राजकिशोर प्रसाद, एएमसीओ सह जिला कुष्ठ चिकित्सा पदाधिकारी, सदर अस्पताल नवादा B
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