Home बिहार पटना Patna News : भवन निर्माण के चीफ इंजीनियर के घर पर इडी का रेड, तीन करोड़ कैश मिला

Patna News : भवन निर्माण के चीफ इंजीनियर के घर पर इडी का रेड, तीन करोड़ कैश मिला

0
Patna News : भवन निर्माण के चीफ इंजीनियर के घर पर इडी का रेड, तीन करोड़ कैश मिला

संवाददाता,पटना : प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने टेंडर में गड़बड़ी से जुड़े मामले में बड़ी कार्रवाई की है. उसने गुरुवार को भवन निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता तारिणी दास के साथ ही पुल निर्माण, बिहार शहरी विकास आधारभूत संरचना निगम ( बुडको) के इंजीनियर और बिहार प्रशासनिक सेवा के एक-दो अधिकारियों के कुल आठ ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. इसमें इडी को तीन करोड़ से अधिक कैश, कई अहम दस्तावेज, डिजिटल उपकरणों के साथ ही जमीन में निवेश के कागजात भी बरामद हुए हैं. जांच की कार्रवाई देर रात तक जारी थी. हालांकि, छापेमारी के संबंध में इडी आधिकारिक तौर पर कुछ भी बोलने से बच रहा है.

टेंडर मैनेज करने में वही सिंडिकेट सक्रिय था

सूत्रों के अनुसार इडी को जानकारी मिली थी कि भवन निर्माण विभाग, बुडको और बीएमएसआइसीएल में टेंडर में बड़ी गड़बड़ी हो रही है. टेंडर मैनेज करने में वही सिंडिकेट काम कर रहा है, जो आइएएस अधिकारी संजीव हंस के मामले में सक्रिय था. इडी ने जानकारी एकत्र करने के बाद सबसे पहले मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केस दर्ज किया. इसके बाद इडी की टीम ने गुरुवार की अहले सुबह फुलवारीशरीफ के पूर्णेंदु नगर स्थिति भवन निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता (उत्तर) तारिणी दास के यहां छापेमारी शुरू की. छापेमारी में करोड़ों रुपये के नोट, टेंडर से जुड़़े दस्तावेज, डिजिटल उपकरण, विभिन्न बैंकों की पासबुक, जमीन में निवेश के दस्तावेज बरामद किये गये. इसी क्रम में इडी की टीम ने दूसरे कई विभागों के इंजीनियर और बिहार प्रशासनिक सेवा से जुड़े अधिकारियों के यहां भी छापेमारी की, जिनमें बुडको और बीएमएसआइसीएल के इंजीनियर और अधिकारी शामिल हैं. समाचार लिखे जाने तक छापेमारी में तीन करोड़ से अधिक कैश मिलने की बात सामने आयी है. इतना कैश मिलने के बाद इडी को नोट गिनने की मशीनें मंगवानी पड़ीं. फिलहाल जांच जारी है.

रिटायरमेंट के अगले महीने ही संविदा पर दोबारा हुई थी नियुक्ति

तारिणी दास 31 अक्तूबर 2024 को मुख्य अभियंता (उत्तर) के पद से सेवानिवृत्त हुए थे. लेकिन सेवानिवृत्ति के अगले महीने ही उन्हें दो साल के लिए संविदा पर फिर से उसी पद पर नियुक्त कर दिया गया. साथ ही उन्हें भवन निर्माण निगम में मुख्य महाप्रबंधक का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया था. सूत्रों का कहना है कि यह मामला राज्य के कई बड़े अधिकारियों से जुड़ा हो सकता है और आगे भी कई खुलासे होने की संभावना है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel
Exit mobile version