
संवाददाता, पटना : न्यू बाइपास स्थित फाेर्ड अस्पताल के कर्मी अमित कुमार की हत्या की साजिश करने वाले कुंदन कुमार और उसके दो शूटर दोस्त शेख शहाबुद्दीन उर्फ बाबुल और मणिकांत कुमार काे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से पुलिस ने एक देसी पिस्टल, चार जिंदा कारतूस, तीन माेबाइल फोन और एक चाेरी की बाइक बरामद की है. चाेरी की बाइक का इस्तेमाल घटना में हुआ था. कुंदन साेनपुर थाने के बैजलपुर का रहने वाला है, जबकि शूटर बाबुल और मणिकांत वैशाली के तंगाैल गांव के रहने वाले हैं. सोमवार को एसएसपी अवकाश कुमार ने अमित के हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि अमित की पत्नी चांदनी आरोपित कुंदन की अपनी ममेरी बहन है. अमित के साथ चांदनी की शादी होने से कुंदन काफी नाराज था. शादी के ठीक एक महीने बाद ही उसने अमित की हत्या की साजिश रच दी और दो मई को जक्कनपुर थाना क्षेत्र के सिपारा पुल (न्यू बाइपास) पर दिनदहाड़े हत्या कर दी.
अभी पत्नी की कोई भूमिका सामने नहीं आयी : एसएसपी
अमित की शादी इसी साल सात मार्च काे कुंदन की ममेरी बहन चांदनी से हुई थी. एसएसपी ने बताया कि अब तक की जांच में अमित की पत्नी चांदनी की काेई भूमिका सामने नहीं आयी है.एसएसपी ने बेहतर जांच कर महज दो दिनों में इस ब्लाइंड केस की गुत्थी सुलझाने के लिए जक्कनपुर थानाध्यक्ष रितुराज और अपर थानेदार अविनाश कुमार को पुरस्कृत करने की बात कही है.
कुंदन ने खरीदी थी 42 हजार रुपये में चोरी की बाइक, पिस्टल व गोली
एसएसपी अवकाश कुमार ने बताया कि चांदनी की शादी से नाराज कुंदन ने परिचित शूटराें बाबुल और मणिकांत काे अमित की हत्या करने के लिए तीन लाख की सुपारी दी थी. हत्या हाेने के बाद रकम देने की बात तय हुई थी. कुंदन ने ही 42 हजार रुपये में चाेरी की बाइक, पिस्टल व गोली खरीद कर दोनों शूटरों को दी थी.
घटना से दो दिन पहले शूटरों ने किया था हत्या का प्रयास
दाेनाें शूटराें ने अमित की हत्या करने के लिए दाे बार प्रयास किया. एक बार फाेर्ड अस्पताल के पास और दूसरी बार उसके खगाैल स्थित घर के पास, लेकिन भीड़ हाेने की वजह से शूटर अपने मकसद में कामयाब नहीं हुए. बाबुल पर महुआ थाने में डकैती और लूट का केस दर्ज है, जबकि मणिकांत पर वैशाली के नगर थाने में एससी-एसटी एक्ट समेत कई धाराओं के तहत केस दर्ज हैं. मिली जानकारी के अनुसार कुंदन के पिता का बचपन में ही देहांत हो गया था. इसके बाद कुंदन अपनी गाड़ी भाड़े पर चलाने लगा. कुंदन का बड़ा भाई भी भाड़े पर गाड़ी चलाता है.
घटना वाले दिन कुंदन और शूटरों की एक साथ दिखी तस्वीर ने खोला राज
हत्या हाेने के बाद एसएसपी ने सदर एएसपी अभिनव के नेतृत्व में टीम बनायी. टीम ने छानबीन शुरू की. दशरथा माेड़ से लेकर फाेर्ड अस्पताल के पास लगे करीब 25 सीसीटीवी कैमराें काे खंगाला गया. दशरथा माेड़ से न्यू बाइपास की ओर बढ़ने पर दाेनाें शूटर बाइक से जाते दिखे, पर बाइक पर फर्जी नंबर था और वह चाेरी की थी. उसके बाद फाेर्ड अस्पताल के पास सीसीटीवी कैमरे में दो मई काे घटना के एक घंटे पहले कुंदन व दाेनाें शूटराें काे एक साथ देखा गया. इसी तस्वीर से पुलिस को लीड मिली और फिर पुलिस ने कुंदन की बाइक से उसका डिटेल निकाला. जिस रूट में वह वहां से भाग रहा था, सीसीटीवी कैमरे की मदद से उसे जेपी सेतु पर पुलिस ने बाइक नंबर के आधार पर पकड़ लिया. फिर उससे मिले सुराग के बाद दाेनाें शूटराें काे उसके ठिकाने से पकड़ा गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है