पूर्णिया. कारगिल विजय दिवस को लेकर देश के लिए बलिदान देने वाले सेना के शहीदों के घर-घर जाकर सम्मान दिया जा रहा है. इसी क्रम में सोमवार को कारगिल युद्ध में शहीद हुए हवलदार रतन सिंह के घर सूबेदार अमिताभ दास के नेतृत्व में कारगिल ब्रिगेड से फौजियों का एक दल पहुंचा. फौजी दल में हवलदार रंजीत सिंह, अजय कुमार मिश्रा, राकेश ठाकुर शामिल थे. फौजियों के दल ने शहीदों के घर पर कृतघ्नता दर्शाया और उनका हाल-चाल जाना. मौके पर शहीद रतन सिंह की पत्नी मीना देवी, बड़े बेटे रूपेश सिंह एवं मनजीत सिंह को विजय प्रतीक के रूप में मोमेंटो एवं प्रशस्ति पत्र दिया गया. इस अवसर पर शहीद रतन सिंह की पत्नी मीना देवी ने कहा कि हमें गर्व महसूस हो रहा है. वही शाहिद के बड़े बेटे रूपेश सिंह ने कहा कि देश के लिए बलिदान देना सबके नसीब में नहीं होता. उन्होंने कहा कि शिक्षक के पद पर हूं और बच्चों को देश प्रेम से जोड़ने का भी काम कर रहा हूं. वही सूबेदार अमिताभ दास ने कहा कि जो कारगिल की लड़ाई में शहीद हुए, उनके परिवार से मिल रहा हूं और उनकी समस्याओं से अवगत होकर उसके उसका निदान निकाला जा रहा है. उन्होंने कहा कि उनका दल इंडियन आर्मी की ओर से शाहिद के परिवारों से फेस टू फेस मिल रहे हैं. उन्होंने कहा कि वर्ष 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान हवलदार शहीद हुए रतन सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा. इसके लिए वे लोग इंडियन आर्मी की ओर से सदैव शहीद के परिवार के ऋणी रहेंगे.
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