रमजान के तीसरे जुमे पर मांगी गयी रहमत व बरकत की दुआएं
नमाज को लेकर ईदगाहों व मस्जिदों में उमड़ी नमाजियों की भीड़
पूर्णिया. जुमे का दिन इबादत और बंदगी के लिए हर दिन से ज्यादा अफजल बरतर है. इस रोज सच्चे दिल से मांगी गई हर दुआ कबूल होती है. रमजान माह के तीसरे जुमे पर दी गई तकरीर में जब उलेमाओं ने ये बातें कही तो हजारों हाथ इस्तकबाल के लिए उठ गये. शहर और आस पास की मस्जिदों और ईदगाहों में उलेमाओं ने रमजान की अहमियत और रोजा रखने की फजीलत बयां की और बताया कि इस पाक महीने की खासियत क्या-क्या हैं.
उधर, ग्रामीण इलाकों में भी रमजान के तीसरे जुमे का उत्साह दिखा. बायसी, डगरुआ, अमौर और आस पास के इलाकों की मस्जिदों और ईदगाहों में तमाम लोग जुटे और नमाज अदा की. इसके साथ ही लोग अब अलविदा के नमाज की तैयारी में जुट गये हैं. इधर, इस शुक्रवार से रमजान का आखिरी सप्ताह भी शुरू हो गया है जिससे शहर के बाजारों की चहल-पहल बढ़ गयी है. अब लोग आने वाले त्योहार की तैयारी में भी जुट गये हैं क्योंकि समय कम रह गया है और इस दौरान ढेर सारी तैयारियां करनी है.
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