सभी अस्पतालों सहित जीएमसीएच में डेंगू मरीजों के लिए जगह चिन्हित
मच्छरों का प्रसार रोकना जरूरी
सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कनौजिया ने बताया कि डेंगू का लार्वा मुख्य रूप से जमे हुए साफ पानी में पैदा होता है. मानसून के शुरू होते ही लोगों को डेंगू की संभावना बढ़ जाती है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को रोग के लक्षण, उपचार, प्रतिरोध व सावधानियों की जानकारी दी जाती है और इसके लक्षण दिखाई देने पर स्वास्थ्य केन्द्र से स्वस्थ सुविधा का लाभ लेने के लिए जागरूक किया जाता है. स्वास्थ्य विभाग के साथ साथ अन्य विभागों को भी शामिल करने का निर्देश दिया गया है. इसमें पंचायत, नगर पालिका, नगर निगम को भी जोड़ कर लोगों को डेंगू से सुरक्षा के लिए उपाय किये जाते हैं क्योंकि हर हाल में मच्छरों का प्रसार रोकना जरुरी है.पूर्व में इनसे प्रभावित प्रखंडों के संबंधित क्षेत्रों पर है विभाग की पैनी नजर
इस वर्ष अबतक कालाजार के दस मरीजों की हो चुकी है रिपोर्टिंग
बोले अधिकारी
डॉ आरपी मंडल, वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी
डेंगू के लक्षण
– जी मिचलाना, उल्टी, दस्त – त्वचा पर लाल रंग के दाने………………
बचाव के उपाय
– घर में एवं घर के आसपास पानी एकत्र होने से रोकें.– ऐसे कपड़े पहनें जो शरीर के अधिकतम हिस्से को ढक सकें.
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