बिहार के आर्ट क्राफ्ट को प्रमोट कर महिलाओं को सिखा रहा हुनर
कारीगरी, हैंडमेड गहने, सिलाई, कढ़ाई को दिया जा रहा बढ़ावा
50 से ज्यादा महिलाएं अब तक बन चुकी हैं यहां आत्मनिर्भर
02 सालों की कम अवधि में हासिल की कई बड़ी उपलब्धियां
पूर्णिया. नारी सशक्तिकरण के तहत हाउस ऑफ मैथिली महिलाओं को लोकल से ग्लोबल तक का सफर करा रहा है. पिछले दो सालों में 50 से ज्यादा महिलाएं आत्म निर्भर बनी हैं. पूर्णिया की होम ग्रोन और बिहार की पहली फैशन स्टार्ट अप हाउस ऑफ मैथिली सही मायने में लोकल टू ग्लोबल को सार्थक बनाती नज़र आ रही है. गौरतलब है कि देश में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कई संगठन और स्टार्टअप काम कर रहे हैं, इस मुहिम में ‘हाउस ऑफ मैथिली’ ने महज दो सालों में बड़ी उपलब्धि हासिल कर अपनी पहचान कायम की है.
विविध क्षेत्रों में काम करने का अवसर
विदेशों में बेच रहा उत्पाद और अपनी सेवाएं
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