पूर्णिया. जिले में बालू मक्खी द्वारा फैलाये जानेवाले कालाजार रोग के मरीजों की संख्या में इजाफा दर्ज की गयी है. गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष विभागीय कालाजार मरीज खोज अभियान में छः माह के दरम्यान कुल 14 मरीजों में इसके प्रमाण पाये गये हैं. इनमें 10 नये मरीजों में कालाजार की पुष्टि हुई हैं और शेष 4 मरीजों में पीकेडीएल यानि पूर्व में उनके कालाजार से ग्रसित होने के बाद होने वाली स्किन से सम्बंधित शिकायत है. जबकि गत वर्ष इसकी कुल संख्या 20 थी. इनमें आठ नये मरीज थे और 12 पीकेडीएल. इस हिसाब से इस वर्ष मात्र छह महीने में ही कालाजार मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. इस वर्ष सबसे ज्यादा कालाजार के मरीज के.नगर में पाए गये हैं. शेष में पूर्णिया पूर्व, डगरुआ, जलालगढ़ और श्री नगर के नाम हैं जबकि पीकेडीएल के मामले में पूर्णिया पूर्व, बायसी, श्रीनगर और बी.कोठी प्रखंड का भी नाम शामिल है. सभी प्रखंडों में कीटनाशक छिड़काव के लिए 46 टीम प्राप्त जानकारी के अनुसार कालाजार उन्मूलन के लिए विभाग ने द्वितीय चरण के छिडकाव के लिए 46 टीमें लगायी हैं. यह छिडकाव अभियान सितम्बर माह तक चलेगा. प्रत्येक टीम में छह लोगों को शामिल किये गये हैं. ये सभी, जिले के सभी 14 प्रखंडों में चिह्नित किये गये इलाकों में कीटनाशक दवा का छिडकाव करेंगे. 21 जुलाई से शुरू किये गये इस अभियान की समाप्ति सितम्बर माह में होगी. अमूमन इन्हीं समयों के दरम्यान बालू मक्खी के फैलने की संभावना ज्यादा होती है. सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर है जांच और इलाज की सुविधा जिला भेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. आरपी. मंडल ने बताया कि कालाजार के इलाज के लिए जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं. चिह्नित मरीज की आरके 39 किट द्वारा जांच के बाद कालाजार की पुष्टि होने पर इलाज के तौर पर एम्बीजोम सुई सिंगल डोज मरीज को लगाया जाता है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष कालाजार के मरीजों की संख्या पिछले साल की तुलना में अधिक है. सभी प्रभारी को गुणवत्तापूर्ण छिड़काव के लिए निर्देशित किया गया है. कालाजार के उपचार के बाद मरीजों को 6600 रूपये मुख्यमंत्री कालाजार राहत कोष से और 500 रुपये केंद्र सरकार की ओर से मिलते हैं. चमड़ी पीकेडीएल वाले कालाजार पर केन्द्र सरकार की ओर से 4000 रूपये मरीज को दिये जाते हैं. बोले सिविल सर्जन स्वास्थ्यकर्मियों, आशा एवं आंगनबाड़ी सेविकाओं की मदद से विभिन्न पोषक क्षेत्रों में लंबे समय से बुखार से पीड़ित लोगों की मॉनिटरिंग की जाती है और कालाजार से संबंधित आशंकाओं को देखते हुए उनकी जांच करवाई जाती है. जांच में कालाजार पॉजिटिव पाये जाने पर मरीज को इलाज एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराते हुए उनके निवास स्थान सहित निर्धारित दूरी तक चिह्नित किये गये इलाकों में कीटनाशक दवा का छिड़काव किया जाता है जो शुरू भी कर दिया गया है. डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया, सिविल सर्जन ————- आंकड़ों पर नजर वर्ष कालाजार मरीजों की संख्या पीकेडीएल मामले 20222705 20231806 2024812 2025104 ———— प्रखंड इस वर्ष नए मरीज पूर्णिया पूर्व 2 डगरुआ 1 जलालगढ़ 2 श्रीनगर 1 के. नगर 4
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