– आगामी 15 जुलाई को होगा आगाज, 27 को समापन
– नव विवाहिताओं को रहता है मधुश्रावणी का बेसब्री से इंतजार
– पूर्णिया में नवविवाहिताओं ने आज से शुरू कर दी है पर्व की तैयारी
इस साल शुक्रवार 11 जुलाई को सावन दस्तक दे रहा है और इसी के साथ मिथिलांचल के नव विवाहिताओं का खास पर्व मधुश्रावणी की आहट भी सुनाई पड़ने लगी है. मधुश्रावणी पति के दीर्घजीवन की मंगलकामना करने का सबसे विशिष्ट पर्व है जिसका आगाज 15 जुलाई मंगलवार को हो जाएगा और लगातार 27 जुलाई तक चलेगा. यह मिथिलांचल का अनोखा लोकपर्व है. हालांकि पर्व में चार दिन शेष बचे हैं पर नव विवाहिताएं अभी से इसकी तैयारी में जुट गई हैं. इस बार मधुश्रावणी तेरह दिनों का पर्व होगा. इसमें नव विवाहिताएं सज-धजकर पूजा करती है और शाम में पूजा की थाल सजाती हैं. 27 जुलाई को टेमी दागने के साथ पूजा का समापन होगा. मधुश्रावणी पूजा को लेकर नई दुल्हनों में काफी उत्साह है.
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