पूर्णिया. राष्ट्रीय जलीय जीव कहे जाने वाले डॉल्फिन को बचाए जाने की जरुरत बतायी जा रही है. सीमांचल में डॉल्फिन मैन के रुप में चर्चित सुदन सहाय ने इसके लिए पूर्णिया समेत पूरे सीमांचलवासियों से अपील की है. उन्होंने कहा है कि खास तौर पर मछुआरों को जागरुक किया जाना चाहिए ताकि नदियों में डॉल्फिन का बचाव संभव हो सके. श्री सहाय ने डॉल्फिन के आवास की सुरक्षा पर बल देते हुए आगाह किया कि बचाव की सार्थक पहल नहीं हुई तो डॉल्फिन इतिहास के पन्नों में रह जायेगा. उन्होंने कहा कि डॉल्फिन को बचाने के लिए लोगों को आगे आने की जरूरत है. गौरतलब है कि पूर्णिया जिले के अलग-अलग प्रखंडों से गुजरने वाली परमान, महानंदा जैसी नदियों में डॉल्फिन पायी गयी हैं. श्रीसहाय इस इलाके में डॉल्फिन अभ्यारण बनाने की मांग भी करते रहे हैं. याद रहे कि करोना काल के दौरान जलालगढ़ थाना क्षेत्र के खाता स्थित परमान नदी में डॉल्फिन का एक बच्चा मिला था जिसे उस समय वन विभाग के सुपूर्द किया गया था. इसके बचाव के लिए उन्होंने अवैध मछली पकड़ने या डॉल्फिन का शिकार नजर आने पर तुरंत स्थानीय अधिकारियों को सूचित करने, नदी को साफ रखने, अपने कचरे का जिम्मेदार तरीके से निपटान करने, दिखने पर डॉल्फिन को न छूने, फ्लैश फोटोग्राफ़ी का प्रयोग नहीं करने, नदी को प्रदूषित नहीं करने जैसी सलाह दी है. उन्होंने कहा है कि गंगा डॉल्फिन संकटग्रस्त प्रजातियां हैं, उन्हें जंगली वातावरण में ही संरक्षित किया जाना चाहिए.
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