बीती बिसार कर नये सपनों को सजोने के लिए फिर भरेंगे हम हौसलों की उड़ान
नये साल को लेकर पूर्णिया के युवाओं को है हर मामले में बेहतर होने की उम्मीदें
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वक्त ने तेजी से करवट बदला है और इसी के साथ पूर्णिया ने भी कल और आज के बीच बड़ा फासला तय कर लिया है. आज पूर्णिया के पास वैसा बहुत कुछ है जिसके लिए वह सालों से तरस रहा था. वैसे, वक्त के साथ जरुरतें बढ़ती जाती हैं पर सपने कभी खत्म नहीं होते और उम्मीदें कभी मिटती नहीं. संतोष इस बात का है कि गुजरे हुए लम्हें सपनों को संबल दे गये. यह सुखद अहसास है कि बीती बिसार कर आगे की सुधि लेने के संकल्प के साथ नये साल ने दस्तक दी है. यही वजह है कि विकास का नया विकल्प तलाश कर पूर्णिया के युवा नये संकल्प के साथ नये साल के इस्तक़बाल के लिए तैयार और तत्पर हैं. युवाओं को भरोसा है कि नये साल में नई उम्मीदें होंगी, शिक्षा व्यवस्था को आयाम मिलेगा, रोजगार के नये अवसर मिलेंगे, शहर का स्वरुप बदलेगा, विकास का नया विकल्प होगा और खिलेंगी नई कोपलें…जीवन में आएगा नया वसंत!!
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नव वर्ष को लेकर युवाओं में है कुछ बेहतर करने का जज्बा
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कहते हैं पूर्णिया के युवा
1. जो साल बीत गया उसमें हमने बहुत कुछ हासिल किया है पर तमन्ना अभी बहुत कुछ करने की है. अपने देश और अपने जिले के लिए कुछ वैसा करने की इच्छा है जिससे पलायन का दर्द कम हो सके. इसके लिए उच्च शिक्षा प्राप्त करना पहला और लघु उद्योग के जरिये रोजगार का सृजन करना दूसरा संकल्प है.फोटो. 31 पूर्णिया 1
दीपम गुप्ता
3. अभी मेरे सामने कॅरियर से जुड़ा मसला सामने है. हर जगह कॉम्पिटीशन है इसके लिए सारा फोकस अभी सिर्फ और सिर्फ पढ़ाई पर है. सरकारी सेवा में उच्च पद प्राप्त करने का मेरा एकमात्र संकल्प है.
फोटो. 31 पूर्णिया 3
अविनाश कुमार
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