Samastipur News:बिथान : प्रखंड मुख्यालय बिथान में लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान अंतर्गत संचालित ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन इकाई में कार्यरत सफाईकर्मियों की हालत बेहद दयनीय है. एक ओर उन्हें प्रतिदिन मात्र 70 रुपये की मजदूरी दी जा रही है. वहीं दूसरी ओर उनसे अपेक्षा की जाती है कि वे पूरे क्षेत्र को स्वच्छ बनाये रखें. सफाईकर्मी रामसोगारथ मुखिया, लड्डू लाल, चंदन सदा व जगदीप कुमार ने बताया कि पहले उन्हें 100 रुपये प्रतिदिन मजदूरी मिलती थी. अब बिना किसी स्पष्टीकरण के 30 रुपये प्रतिदिन काट लिये जा रहे हैं. यह कटौती ऐसे समय में की जा रही है जब काम का दबाव और बढ़ा है. सफाईकर्मियों का आरोप है कि किसी प्रकार की अतिरिक्त सुविधा या संसाधन नहीं दिये जा रहे. ऊपर से मजदूरी में कटौती उन्हें मानसिक और आर्थिक रूप से तोड़ रही है. उन्होंने बताया कि कचरा उठाने के लिए जो ठेले उन्हें उपलब्ध कराये गये हैं. वे अब खराब हो चुके हैं. मरम्मत का खर्च भी उन्हें अपनी जेब से देना पड़ता है. न ही उन्हें दस्ताने, मास्क या अन्य सुरक्षा उपकरण दिये जाते हैं और न ही कचरा फेंकने वाले डिब्बे सही हालत में है. इन सब कमियों के बावजूद इस समस्या की अनदेखी कर रहे हैं. स्वच्छता प्रबंधक खुशबू कुमारी साल में एक-दो बार ही निरीक्षण के लिए आती हैं. इस पूरे मामले पर प्रखंड विकास पदाधिकारी आफताब आलम ने कहा कि शिकायतों की जांच कर सख्त कार्रवाई की जायेगी. किसी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जायेगी. यह मामला लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान की असली तस्वीर को सामने लाता है. इसमें सफाईकर्मी उपेक्षा व शोषण के शिकार बने हुए हैं.
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